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Saturday, 20 April, 2024
होमदेशउत्तर प्रदेश में क्यों कम हो रहे कोविड-19 के टेस्ट, प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव ने उठाए सवाल

उत्तर प्रदेश में क्यों कम हो रहे कोविड-19 के टेस्ट, प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव ने उठाए सवाल

अखिलेश यादव ने बयान जारी कर कहा था कि यूपी में कोरोना के कितने टेस्ट किए जा रहे हैं? बीमारियों के इलाज और भूखे भटके लोगों के लिए क्या व्यवस्थाएं की जा रही हैं?

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. शुक्रवार को सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 431 पाॅजिटिव केस सामने आए हैं. इस बीच कांग्रेस महासचिव व यूपी इंचार्ज प्रियंका गांधी ने सीएम योगी को पत्र लिखकर सवाल उठाया है कि 23 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग की संख्या इतनी कम क्यों है. प्रियंका से पहले ये सवाल पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी उठाया था.

प्रियंका ने पत्र में लिखा है- ‘यूपी की जनसंख्या लगभग 23 करोड़ के आस-पास है जबकि टेस्टिंग के लिए गए सैम्पलों की संख्या केवल 7,000 के आस-पास है. हमारी जनसंख्या के हिसाब से प्रदेश में हो रही जांचों की संख्या अभी बहुत कम है. टेस्टिंग को तेज गति से बढ़ाना आवश्यक है. उत्तर प्रदेश जैसे विशाल जनसंख्या वाले राज्य के लिए टेस्टिंग की संख्या बढ़ाना एक रामबाण साबित हो सकता है.’

प्रियंका ने पत्र में ये भी कहा है कि यूपी के कई सारे क्वारेंटाइन केंद्रों से बदहाली की खबर आ रही है. कई जगहों पर खाने, रुकने व साफ-सफाई का इंतजाम ठीक नहीं है. उन्होंने सीएम योगी से अपील करते हुए लिखा, ‘इसको संज्ञान में लेकर व्यवस्थित करवाने की पूरी कोशिश करें. इन केंद्रों में जो गरीब लोग हैं उनके परिवार को गारंटी के साथ भोजन, राशन व भत्ता दिया जाये ताकि इन व्यक्तियों को अपने परिवार के सदस्यों के प्रति चिंता को कम किया जा सके.’

इससे पहले बुधवार को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी ये मुद्दा उठाया था. अखिलेश ने बयान जारी कर कहा था कि यूपी में कोरोना के कितने टेस्ट किए जा रहे हैं? बीमारियों के इलाज और भूखे भटके लोगों के लिए क्या व्यवस्थाएं की जा रही हैं? यह भी सरकार को क्या मालूम नहीं. सरकार को यह बताने में भी नहीं हिचकना चाहिए कि प्रदेश के हर जिले में कोरोना की जांच की कितनी किटें उपलब्ध हैं.

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सरकार का दावा- पर्याप्त मात्रा में हो रहे टेस्ट

यूपी सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, सिंप्टम्स की जानकारी मिलते ही मरीज की जांच की जा रही है. इसके लिए सरकार की ओर से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन के मुताबिक, अभी तक 9,041 सैम्पल, टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 8,250 सैम्पल्स निगेटिव आए हैं, 431 पाॅजिटिव आए हैं और बाकी सैम्पल्स टेस्टिंग के प्राॅसेस में है.


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वहीं यूपी में अब तक जो 431 पाॅजिटिव केस आएं हैं उनमें से 32 लोगों को सफल इलाज के बाद डिस्चार्ज भी किया जा चुका है. वहीं 4 की मौत भी हुई है. इसके अलावा यूपी में 8,671 लोग क्वारेंटाइन और 459 लोग आइसोलेशन वार्ड में हैं. इसके अलावा 66,036 लोगों को निगरानी में रखा गया है. वहीं सरकार का ये भी दावा है कि प्रदेश के बाॅर्डर पर अब तक 15 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई है. वहीं लगभग 45 हजार लोग 28 दिन का क्वारेंटाइन पीरियड पूरा कर चुके हैं.
यूपी में फिलहाल 8 टेस्टिंग सेंटर्स हैं, 5 अतिरिक्त बढ़ाए जा रहे हैं.

प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन का कहना है कि पिछले दो दिन से एक हजार सैंपल की जांच की जा रही है. जल्द ही इसे बढ़ाकर प्रतिदिन 1,500 सैंपल किया जाएगा. सरकार का दावा है कि प्रदेश में 9,442 आइसोलेशन बेड, 12,119 क्वारेंटाइन बेड व 898 वेंटिलेटर बेड हैं.

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