कोलकाता, 30 नवंबर (भाषा) निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त ‘विशेष सूची पर्यवेक्षक’ (एसआरओ) सुब्रत गुप्ता ने रविवार को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्यों की समीक्षा के लिए दक्षिण 24 परगना जिले का दौरा किया।
पश्चिम बंगाल कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी गुप्ता को आयोग ने 28 नवंबर को ‘विशेष सूची पर्यवेक्षक’ नियुक्त किया था। उन्हें एसआईआर के बाद मतदाता सूची तैयार करने के प्रमुख पहलुओं की निगरानी करने और जिला चुनाव अधिकारियों (डीईओ) और मतदाता पंजीकरण अधिकारियों (ईआरओ) को सुधार संबंधी उपाय करने में सहायता का दायित्व सौंपा गया है।
गुप्ता ने एसआईआर कार्य की समीक्षा के लिए दक्षिण 24 परगना जिले के फाल्टा का दौरा किया और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
गुप्ता ने कहा, ‘‘मैं यहां यह देखने आया हूं कि क्या आयोग के निर्देशों के अनुसार एसआईआर प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है या नहीं। कुछ शिकायतें हैं, और हम उनकी दोबारा जांच करेंगे।’’
उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि प्रक्रिया सही ढंग से पूरी हो। बैठक में चार राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे। उन्होंने कुछ प्रक्रियागत मुद्दे उठाए। अगर जरूरत पड़ी, तो हम उन मुद्दों पर अतिरिक्त दिशानिर्देश जारी करेंगे।”
गुप्ता के साथ, निर्वाचन आयोग ने 12 आईएएस अधिकारियों को मतदाता सूची पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया, ताकि जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीईओ) और निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियों (ईआरओ) को एसआईआर के संबंध में सुधारात्मक उपाय करने में मदद मिल सके।
एक अधिकारी ने कहा, “वे गणना प्रपत्रों (ईएफ) के वितरण और संग्रहण की प्रक्रिया की जांच करेंगे। इसमें गड़बड़ी की शिकायतें हैं और यह भी कि प्रपत्र गलत व्यक्तियों तक पहुंच रहे हैं। इन मुद्दों की भी जांच की जाएगी।”
इस बीच, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) इस गड़बड़ी में शामिल हैं।
उन्होंने कहा, “यह अच्छी बात है कि गुप्ता दक्षिण 24 परगना जिले में गए हैं। कुछ बीडीओ तृणमूल कांग्रेस के इशारे पर काम कर रहे हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।”
भाषा प्रशांत पवनेश
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