मुंबई, 18 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (उबाठा) पर निशाना साधते हुए कहा कि मौजूदा सरकार ने मुंबई में नगर निगम द्वारा संचालित मराठी माध्यम के विद्यालयों को बंद करने का ‘पाप’ नहीं किया।
शिंदे ने मानसून सत्र के अंतिम दिन विपक्ष द्वारा ‘पिछले सप्ताह पेश किये गये प्रस्ताव’ पर जवाब देते हुए विधान परिषद में कहा कि विपक्षी दल निकाय चुनावों से पहले मराठी का मुद्दा उठा रहे हैं लेकिन महायुति सरकार ने अपने कार्यों से भाषा के प्रति अपना प्रेम प्रदर्शित किया है।
शिवसेना प्रमुख शिंदे ने कहा, “किसी को हमें मराठी के प्रति प्रेम सिखाने की जरूरत नहीं है। हम मराठी में पैदा हुए हैं, मराठी माध्यम में पढ़े हैं और इस भाषा के विकास के लिए प्रयासरत हैं।”
उन्होंने कहा, “हमने मराठी विद्यालयों को बंद कर अंतरराष्ट्रीय स्कूल शुरू करने का पाप नहीं किया।”
शिंदे का इशारा बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की ओर था, जिस पर उस समय उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली अविभाजित शिवसेना का नियंत्रण था।
बीएमसी ने विद्यार्थियों की कमी के कारण कुछ मराठी विद्यालयों को बंद कर अलग से एक अंतरराष्ट्रीय बैकलॉरिएट स्कूल शुरू किया था।
शिंदे ने कहा कि विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की कोशिशें की जा रही हैं, जबकि सरकार इस महानगर को दुनिया से जोड़ने की कोशिश कर रही है।
भाषा जितेंद्र रंजन
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