पटना, 11 नवंबर (भाषा) बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में मंगलवार सुबह 122 सीट के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान जारी है।
एक अधिकारी ने बताया कि मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चलेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मतदाताओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में मतदान कर लोकतंत्र को मजबूत करें और इस चरण में रिकॉर्ड मतदान दर्ज कराएं।
इस अंतिम चरण के तहत 20 जिलों में मतदान हो रहा है।
इस चरण में कुल 1,302 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 136 महिलाएं और एक तृतीय लिंग का प्रत्याशी शामिल हैं। इन सीटों में मध्य, पश्चिमी और उत्तर बिहार के कई महत्वपूर्ण क्षेत्र आते हैं।
करीब 3.7 करोड़ मतदाता, जिनमें 1.95 करोड़ पुरुष और 1.74 करोड़ महिलाएं शामिल हैं, 45,399 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। यह बिहार के चुनावी इतिहास में किसी एक चरण में स्थापित किए गए मतदान केंद्रों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।
निर्वाचन आयोग ने शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रशासनिक और सुरक्षा व्यवस्थाएं की हैं। अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती संवेदनशील इलाकों में की गई है, वहीं भारत-नेपाल सीमा पर कई स्थानों को सील कर दिया गया है ताकि अवैध आवाजाही पर रोक लगाई जा सके और मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हो सके।
राज्य पुलिस सूत्रों के अनुसार, लगभग 8,491 मतदान केंद्रों को संवेदनशील चिह्नित किया गया है, जहां सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती और विशेष निगरानी रहेगी।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 500 कंपनियां (करीब 50,000 जवान) पहले से बिहार में तैनात थीं, जबकि चुनाव से पहले 500 और कंपनियों को राज्य में भेजा गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘बिहार पुलिस के 60,000 से अधिक जवानों को चुनावी ड्यूटी पर लगाया गया है। इसके अलावा, अन्य राज्यों से आए 2,000 रिज़र्व बटालियन कर्मी, बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस के 30,000 जवान, 20,000 से अधिक होमगार्ड्स, प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे लगभग 19,000 नए कांस्टेबल, और करीब 1.5 लाख चौकीदारों को भी दोनों चरणों की ड्यूटी में लगाया गया है।”
संवेदनशील केंद्रों के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा, ‘‘सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी बूथ समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।’’
उन्होंने बताया कि गया जिले में सर्वाधिक 1,084 संवेदनशील मतदान स्थल हैं, इसके बाद औरंगाबाद में 942, रोहतास में 827, नवादा में 690, बांका में 613, भागलपुर में 574, बेतिया में 526, अररिया में 518, सुपौल में 406, बगहा में 368, जमुई में 357, भभुआ में 325, अरवल में 315, जहानाबाद में 287 और मधुबनी में 282 मतदान केंद्र संवेदनशील हैं।
भाषा कैलाश
गोला
गोला
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
