कैथल (हरियाणा), 11 जून (भाषा) हरियाणा के कैथल में एक सिख व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि जब वह अपने स्कूटर से घर जा रहा था, तो मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने उसकी पिटायी की और उसे ‘‘खालिस्तानी’’ कहा। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि ‘खालिस्तानी’ शब्द का इस्तेमाल किया गया था।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी), कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने दावा किया कि यह हमला ‘कंगना रनौत और भाजपा समर्थित कई अन्य आईटी सेल मंचों द्वारा पंजाबियों के खिलाफ नफरती भाषण का परिणाम है।’
पुलिस ने कहा कि व्यक्ति ने आरोप लगाया कि उस पर सोमवार रात को हमला किया गया जब वह यहां एक रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रेन के गुजरने का इंतजार कर रहा था।
पुलिस ने बताया कि क्रॉसिंग के गेट खुलने के बाद जब वाहन चलने लगे तो उस व्यक्ति और दो युवकों के बीच बहस हो गई और मामला बढ़ गया तथा दोनों के बीच मारपीट हुई।
अस्पताल में भर्ती व्यक्ति ने मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘उन्होंने (दोनों युवकों ने) मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और मुझे खालिस्तानी कहा। एक व्यक्ति मोटरसाइकिल से उतरा और मुझे ईंट से मारा।’
पीड़ित ने बताया कि कुछ लोगों ने बीच-बचाव किया और उसे दो युवकों से बचाया, जो मौके से भाग गए। व्यक्ति ने दावा किया कि वह नहीं जानता कि वे युवक कौन थे। व्यक्ति ने कहा, ‘मैं मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट ठीक से नहीं देख पाया।’
घटना की सूचना मिलने के बाद अस्पताल पहुंची पुलिस ने दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया है।
कैथल के सिविल लाइंस थाने की निरीक्षक शीलावती ने बताया कि सिख व्यक्ति की शिकायत पर एक मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता की मेडिकल रिपोर्ट से पता चला है कि उसने शराब पी रखी थी। उन्होंने कहा, ‘चिकित्सकों ने अपनी रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की है।’
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, दोनों युवकों ने व्यक्ति से कहा कि वह नशे में है, जिसके बाद उनके बीच बहस शुरू हो गई। उसने कहा कि अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ‘खालिस्तानी’ शब्द का इस्तेमाल किया गया था।
एसजीपीसी अध्यक्ष एच.एस. धामी ने मांग की है कि पुलिस दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करे। धामी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘इस घटना ने पूरे सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इसलिए, हरियाणा सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और राज्य में रहने वाले सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।’
शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मैं और मेरी पार्टी कैथल में एक शांतिप्रिय सिख व्यक्ति पर अलगाववादी बताकर किए गए कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करते हैं। यह नफरत और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति का सीधा नतीजा है, जो पिछले एक दशक में देश को प्रभावित कर रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘यह देशभक्त सिख समुदाय को अपमानित करने का एक सोचा-समझा प्रयास है। इससे सिखों में आहत और अलगाव की भावना और गहरी होगी।’
धामी ने दावा किया, ‘सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की यही राजनीति पंजाब को अपनी चपेट में लेने का खतरा पैदा कर रही है, जिससे यहां शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को खतरा है।’
पंजाब कांग्रेस प्रमुख वडिंग ने कहा कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘हरियाणा के कैथल में एक सिख व्यक्ति पर यह हमला कंगना रनौत और भाजपा के कई अन्य समर्थित आईटी सेल मंचों द्वारा पंजाबियों के खिलाफ अभद्र भाषा का परिणाम है। सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, खासकर भाजपा के भीतर, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह जंगल की आग की तरह न फैले और हमारे देश के सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान न पहुंचे।’’
हाल ही में, चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद कंगना रनौत को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की एक महिला कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया था।
भाषा अमित शफीक
शफीक
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