कोलकाता, 16 अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल में इस साल प्रस्तावित विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बाहरी लोगों पर ‘‘बंगाल विरोधी दुष्प्रचार फैलाने का प्रयास करने’’ का बृहस्पतिवार को आरोप लगाया और इसका मुकाबला करने तथा राज्य की सच्ची पहचान बनाए रखने के लिए युवाओं के नेतृत्व में एक ऑनलाइन अभियान शुरू किया।
‘आमी बांग्लार डिजिटल योद्धा’ (मैं बंगाल का डिजिटल योद्धा हूं) नामक इस अभियान में आह्वान किया गया है कि जो युवा बंगाल को बदनाम नहीं होने देना चाहते हैं, वे एकजुट होकर ‘‘बंगाल के भविष्य को मजबूत बनाएं’’ और ‘‘दुनिया को दिखाएं कि जब बंगाल के लोग एकजुट होकर आगे आएंगे, तो राज्य क्या हासिल कर सकता है।’’
तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी ने इस अभियान की घोषणा करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा,‘‘बंगाल, हमारी प्यारी मातृभूमि को बोहिरागोटो बांग्ला-विरोधी जमींदारों द्वारा प्रताड़ित, अपमानित और बदनाम किया जा रहा है, जो झूठ और दुष्प्रचार की बुनियाद पर फल-फूल रहे हैं, जिनसे निपटने के लिए साइबर संसार में लड़ाई उग्र हो गई है।’’
तृणमूल महासचिव ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर माना जा रहा है।
उन्होंने लिखा, ‘‘बंगाल के अधिकारों, सम्मान और सच्चाई के लिए खड़े होना, स्पष्टता और दृढ़ विश्वास के साथ लड़ना हमारी जिम्मेदारी है। इसीलिए मैं ‘आमी बांग्लार डिजिटल जोधा’ शुरू कर रहा हूं, जो बंगाल की पहचान की रक्षा करने, इसकी सच्चाई को कायम रखने तथा भारत और दुनिया के हर कोने में इसके गौरव एवं प्रगति के संदेश को ले जाने के लिए युवा-नेतृत्व वाला डिजिटल आंदोलन है।’’
अभियान पर एक अवधारणा नोट में इसके उद्देश्य और इच्छुक नागरिकों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया के बारे में बताया गया है। इसमें कहा गया है कि इस पहल का उद्देश्य तीन श्रेणियों में ‘डिजिटल जोधाओं’ को जोड़ना है, जिनमें सामग्री निर्माता, सोशल मीडिया प्रबंधक और ‘डिजिटल एम्पलीफायर’ शामिल हैं।
नोट में कहा गया है, ‘‘राजनीतिक लड़ाइयां सिर्फ सड़कों या संसद में ही नहीं लड़ी जा रही हैं, बल्कि तेजी से साइबर संसार में भी लड़ी जा रही हैं, जहां बांग्ला-विरोधी हमारे राज्य को बदनाम करने के लिए झूठ और दुष्प्रचार का सहारा ले रहे हैं।’’
भाषा राजकुमार पारुल
पारुल
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