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Sunday, 10 August, 2025
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मप्र विधानसभा में सत्यपाल मलिक, धराली हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई

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भोपाल, छह अगस्त (भाषा) मध्यप्रदेश विधानसभा में बुधवार को पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और उत्तराखंड के धराली में बादल फटने से आई बाढ़ में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई।

पूर्वाह्न 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही आरंभ होते ही अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने सत्यपाल मलिक के निधन और उत्तरकाशी जिले की घटना का उल्लेख किया तथा इसके बाद सदन में कुछ देर मौन रहकर दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

इसके उपरांत सभी दिवंगत लोगों के सम्मान में सदन की कार्रवाई दोपहर 12:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

तोमर ने कहा कि मलिक के निधन से देश ने एक वरिष्ठ नेता और कुशल प्रशासक खो दिया।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि सत्यपाल मलिक कई राजनीतिक दलों में रहे और हर दल में उन्हें समान आदर मिला।

उन्होंने कहा कि राज्यपाल के रूप में भी उनका योगदान अद्वितीय रहा और इस भूमिका में किए गए उनके कार्यों को याद किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘एक योग्य नेता के जाने का दु:ख है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरकाशी में बहुत ही दुखद घटना हुई है और इसकी व्यापकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 10 मीटर की नदी 30 मीटर में तब्दील हो गई।

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में किसी का वश नहीं चलता।’’

यादव ने कहा कि उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की है और कामना की है कि राज्य जल्दी ही आपदा की स्थिति से बाहर निकले।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि राज्यपाल के रूप में मलिक की भूमिका बहुत ही विशेष रही और उन्होंने हमेशा अपने पद के साथ न्याय किया।

उन्होंने कहा कि मलिक की एक अलग छवि थी और सच की लड़ाई लड़ने वाले वह ऐसे नेता थे, जो सत्ता से लड़ने का माद्दा रखते थे।

उन्होंने कहा कि मलिक के निधन से हुए नुकसान की भरपाई आसान नहीं है।

उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि जब जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था, उस समय मलिक उस तत्कालीन राज्य के राज्यपाल थे और कहीं न कहीं उन्होंने भी इसमें योगदान दिया था।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह ने कहा कि मलिक के निधन से देश को बड़ा नुकसान हुआ है।

उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति बहुत कम ही हैं, जिन्होंने केंद्रीय मंत्री के रूप में भी काम किया और 5-6 राज्यों के राज्यपाल भी रहे।

उन्होंने कहा मलिक ने पूरे देश की राजनीति में अपनी एक छाप छोड़ी है।

उत्तराखंड हादसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यह घटना हमारी चिंता बढ़ाती है और हमें ध्यान रखना चाहिए कि प्रकृति से ज्यादा छेड़छाड़ न हो।’’

सत्यपाल मलिक जम्मू एवं कश्मीर के अलावा बिहार, गोवा और मेघालय के राज्यपाल रहे थे।

उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के धराली में बादल फटने से ऊंचाई पर स्थित गांवों में मंगलवार को अचानक बाढ़ आ गई और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए या तेज पानी में बह गए।

इस घटना में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। सरकार ने कहा कि हादसे में अब तक 130 लोगों को बचाया गया है।

भाषा ब्रजेन्द्र सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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