पटना, एक दिसंबर (भाषा) बिहार विधानसभा की 18वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को नवनिर्वाचित विधायकों के शपथग्रहण के साथ शुरू हुआ।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान द्वारा नियुक्त प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव ने सदन में नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई।
बिहार के 243 सदस्यीय सदन के सभी विधायकों को शपथ के प्रारूप पांच भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, उर्दू और मैथिली में उपलब्ध कराए गए थे।
तारापुर विधानसभा सीट से निर्वाचित उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सबसे पहले शपथ ली। उनके बाद उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने शपथ ली, जो लगातार चौथी बार लखीसराय से विधायक हैं।
शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों ने प्रोटेम स्पीकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अभिवादन किया।
मिथिलांचल क्षेत्र से आने वाले कई विधायकों ने मैथिली में शपथ ली, जिनमें मंत्री अरुण शंकर प्रसाद और अलीनगर से निर्वाचित सबसे कम उम्र की विधायक एवं गायिका मैथिली ठाकुर शामिल हैं। अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ विधायकों तथा असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के सदस्यों ने उर्दू में शपथ ली।
कटिहार से भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधायक तारकिशोर प्रसाद, सोनबरसा से जनता दल (यूनाइटेड) के विधायक रत्नेश सदा और कुछ अन्य सदस्यों ने संस्कृत में शपथ ली। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के विधायक विष्णु देव पासवान ने अंग्रेजी में शपथ ली।
कई विधायकों ने शपथ लेने के दौरान ‘जय बिहार’, ‘जय भारत’, ‘बिहार जिंदाबाद’, ‘सीमांचल जिंदाबाद’ और ‘जय भीम’ जैसे नारे लगाए।
नए मंत्रियों ने सबसे पहले शपथ ली, जिसके बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी प्रसाद यादव और अन्य विधायकों ने शपथ ग्रहण किया।
पांच दिन के इस लघु सत्र में विभिन्न सरकारी और विधायी कार्यों को निपटाया जाएगा। इस अवधि में विधायकों द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों को शामिल नहीं किया जाएगा।
यह विधानसभा का पहला सत्र है जिसमें कार्यवाही पूरी तरह डिजिटल माध्यम से संचालित होगी। सदन में सभी विधायकों की मेजों पर वाई-फाई से जुड़े टैब लगाए गए हैं। बाद में उन्हें ‘नेशनल ई-विधान एप्लिकेशन’ (नेवा) के प्रशिक्षण से भी अवगत कराया जाएगा, जो देश की सभी विधानसभाओं का डिजिटल मंच है।
सदन के अध्यक्ष पद के लिए नौ बार के विधायक और पूर्व मंत्री प्रेम कुमार के नाम का प्रस्ताव सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के विधायकों द्वारा औपचारिक रूप से किया गया है। वह सोमवार को नीतीश, सम्राट, विजय और अन्य नेताओं की मौजूदगी में नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं।
सदन में राजग के 202 विधायक होने के कारण अध्यक्ष पद पर किसी प्रकार की प्रतिस्पर्धा की संभावना नहीं है। प्रेम कुमार के मंगलवार को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने जाने की उम्मीद है।
भाषा कैलाश गोला
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