scorecardresearch
Friday, 29 March, 2024
होमदेशसुषमा बोलीं- ऑपरेशन पाकिस्तान नहीं आतंकवाद के खिलाफ था, पी-5 देशों को भी दी गई जानकारी

सुषमा बोलीं- ऑपरेशन पाकिस्तान नहीं आतंकवाद के खिलाफ था, पी-5 देशों को भी दी गई जानकारी

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सर्वदलीय बैठक के बाद बताया कि सभी दलों ने एक साथ सुरक्षा बलों की प्रशंसा की है और सरकार के आतंक विरोधी ऑपरेशन का समर्थन किया.

Text Size:

नई दिल्लीः भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में घुसकर मंगलवार की कार्यवाई को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सभी विपक्षी दलों ने सरकार का समर्थन किया है और सरकार का साथ देने व सेना के साथ होने की बात कही है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सर्वदलीय बैठक के बाद जानकारी दी कि सभी दलों ने एक साथ सुरक्षा बलों की कार्यवाई की प्रशंसा की है और सरकार के आतंक विरोधी ऑपरेशन के साथ हैं. सुषमा ने बैठक में नेताओं को बताया कि उन्होंने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों पर भारतीय हवाई हमले को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के अलावा कई देशों के विदेश मंत्रियों से बात की. यह सैन्य ऑपरेशन नहीं, बल्कि आतंक विरोधी ऑपरेशन था.


यह भी पढे़ः बालाकोट में सेना के ऑपरेशन के बाद श्रीनगर में भय का माहौल, कार में पेट्रोल के लिए कतार में लगे लोग


 

गौरतलब है कि सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद, तृणमूल कांग्रेस से डेरेक ओ ब्रायन, माकपा नेता सीताराम येचुरी, बीजद के भर्तहरि महताब, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला सहित कई अन्य नेतओं ने बैठक में हिस्सा लिया.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

इसके बाद समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘मुझे इस बात की खुशी है कि सभी पार्टियों ने सुरक्षा बलों की तारीफ की और सरकार के आतंक विरोधी अभियान का समर्थन किया.

पी-5 देशों को हवाई ऑपरेशन की जानकारी दी

भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों को भी जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकवादी शिविर पर भारतीय वायुसेना के गैर पूर्वनियोजित सैन्य कार्रवाई की संक्षिप्त जानकारी दी. जैश ने पुलवामा में हुए हवाई हमले की जिम्मेदारी ली थी. सूत्रों ने बताया कि विदेश सचिव विजय के. गोखले और विदेश मंत्रालय के सचिवों ने विदेशी राजदूतों को हमले की संक्षिप्त जानकारी दी. इनमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पी-5- अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन भी शामिल हैं.


यह भी पढ़ेंः मिराज 2000: भारत ने क्यों किया पाकिस्तान पर हमले के लिए इसका इस्तेमाल?


गोखले पुलवामा हमले के अगले दिन पी-5 राजदूतों समेत लगभग 25 राजदूतों से मिले थे. पुलवामा में हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. विदेश सचिव ने मंगलवार को इससे पहले घोषणा की थी कि भारत ने खुफिया नेतृत्व में अभियान करते हुए मंगलवार तड़के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर को ध्वस्त कर दिया था, जिसमें बड़ी संख्या में जैश के वरिष्ठ कमांडरों, प्रशिक्षकों और फिदाईन हमले के लिए तैयार किए जा रहे जेहादियों को मार गिराया था.

(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट्स के साथ)

share & View comments