चंडीगढ़, 29 सितंबर (भाषा) उत्तर अमेरिकी पंजाबी एसोसिएशन ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) और कनाडा सरकार से क्यूबेक प्रांत के विधेयक 21 के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया।
एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक सतनाम सिंह चहल ने कहा कि विधेयक सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों को धार्मिक प्रतीक धारण करने से रोकता है जो सिख, मुसलमान और यहूदी समुदायों सहित विभिन्न धार्मिक पृष्ठभूमि के लोगों को प्रभावित करता है।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘विधेयक 21 धर्म और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बुनियादी सिद्धांतों को कमजोर करता है, जो कनाडाई मूल्यों की आधारशिला हैं।’’
चहल ने कहा कि क्यूबेक सरकार सार्वजनिक स्थानों पर धार्मिक लेखों पर प्रतिबंध लगाकर बहिष्कार और असहिष्णुता का संदेश दे रही है।
इस विधेयक को इसकी भेदभावपूर्ण प्रकृति, विरोध प्रदर्शनों और कानूनी चुनौतियों के कारण व्यापक आलोचना का सामना करना पड़ा है।
चहल ने यूएनएचआरसी और कनाडा सरकार, दोनों से मानवाधिकारों को प्राथमिकता देने और इस विभाजनकारी कानून को निरस्त करने की दिशा में काम करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह जरूरी है कि हम असमानता और विभाजन को बढ़ावा देने वाली नीतियों के खिलाफ एक साथ खड़े हों।’’
चहल ने समावेशी समुदाय बनाने के महत्व पर जोर दिया।
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