मुंबई, सात मार्च (भाषा) महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति के विधायकों ने विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) अनिल परब द्वारा खुद की तुलना मराठा सम्राट छत्रपति संभाजी महाराज से किए जाने की शुक्रवार को निंदा की और उनसे माफी मांगने की मांग की।
महाराष्ट्र विधान परिषद में इस मुद्दे को लेकर हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित की गई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एमएलसी प्रवीण दारकेकर ने कहा कि परब ने बृहस्पतिवार को परिषद में अपने भाषण के दौरान खुद की तुलना छत्रपति संभाजी से की थी। इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्य आसन के समाने आकर हंगामा करने लगे और उन्होंने परब से माफी मांगने की मांग की।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता परब पर निशाना साधते हुए राज्य के बंदरगाह और मत्स्य पालन मंत्री नितेश राणे ने कहा कि एक क्लर्क की तुलना छत्रपति संभाजी से नहीं की जा सकती।
इसके बाद दोनों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।
महायुति का यह आक्रामक रुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता भैयाजी जोशी की मराठी पर टिप्पणी को लेकर विपक्ष द्वारा सरकार को घेरने के एक दिन बाद आया है।
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि अगर परब की टिप्पणी से किसी को ठेस पहुंची है, तो वह शिवसेना (उबाठा) के नेता के तौर पर इस पर खेद व्यक्त करते हैं।
परब ने अपने बचाव में कहा कि अगर सभापति को लगता है कि उनकी टिप्पणी से किसी को ठेस पहुंची है, तो इसे हटाया जा सकता है।
शिवसेना (उबाठा) नेता ने कहा कि उन्होंने सिर्फ यह कहा था कि जिस तरह छत्रपति संभाजी को धर्म परिवर्तन के लिए प्रताड़ित किया गया था, उसी तरह उन्हें भी पार्टी बदलने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है।
परब ने कहा कि भाजपा एमएलसी श्रीकांत भारतीय ने अपने कुत्ते का नाम ‘शंभू’ रखा है और उन्हें भी माफी मांगने के लिए कहा जाना चाहिए।
भाषा संतोष पारुल
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