मुंबई, एक नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना की मुम्बादेवी विधानसभा सीट से उम्मीदवार शाइना एनसी को कथित तौर पर ‘‘आयातित माल’’ कहे जाने को लेकर शुक्रवार को शिवसेना (यूबीटी) के सांसद अरविंद सावंत के खिलाफ यहां एक प्राथमिकी दर्ज की गई।
राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख विजया रहाटकर ने मामले में पुलिस और निर्वाचन आयोग से भी कार्रवाई की मांग की है।
मुंबई दक्षिण से शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने कहा कि उनके शब्दों की गलत व्याख्या की जा रही है। वहीं, शाइना ने कहा कि सावंत की टिप्पणी उद्धव ठाकरे नीत पार्टी की मानसिकता को दर्शाती है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शाइना की शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 79 (शब्दों, हाव-भाव, ध्वनि के माध्यम से किसी महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने की मंशा रखना) और 356 (2) (मानहानि) के तहत नागपाडा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
शाइना पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ थीं। वह हाल में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना में शामिल हुई थीं। वह मुंबई की मुम्बादेवी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं। उन्हें कांग्रेस के अमीन पटेल के खिलाफ मैदान में उतारा गया है।
राज्य में 20 नवंबर को मतदान होना है जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी।
शाइना ने संवाददाताओं से बात करते हुए, सावंत की उक्त टिप्पणी की एक वीडियो क्लिप दिखाई।
उन्होंने कहा, ‘‘एक पेशेवर और 20 वर्षों से राजनीतिक कार्यकर्ता को ‘माल’ कहना शिवसेना (यूबीटी) की मानसिकता को दर्शाता है। उद्धव ठाकरे, शरद पवार, नाना पटोले चुप क्यों हैं?’’
शाइना ने कहा, ‘‘मैं एक महिला हूं, कोई वस्तु नहीं। महिलाएं अपने प्रति अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किये जाने पर चुप नहीं रहेंगी। (देवी) मुम्बादेवी के आशीर्वाद से मैं मुंबईवासियों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं। अरविंद सावंत की टिप्पणी शिवसेना (यूबीटी) गुट के भीतर महिला विरोधी मानसिकता को उजागर करती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इससे भी अधिक परेशान करने वाली बात यह है कि जब सावंत ने ये टिप्पणियां कीं तो कांग्रेस उम्मीदवार अमीन पटेल प्रसन्न हो गए।’’
उन्होंने कहा कि मुम्बादेवी के मतदाता राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी), कांग्रेस और शिवसेना(यूबीटी) के गठजोड़ महा विकास आघाडी (एमवीए) को सबक सिखाएंगे।
शाइना ने यह भी कहा कि सावंत की टिप्पणी मुख्यमंत्री शिंदे की ‘लाडकी बहिन योजना’ के बिल्कुल विपरीत है, जिसके तहत महिलाओं को वित्तीय सहायता मिलती है।
उनके आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सावंत ने कहा कि उन्होंने (शाइना ने) ‘माल’ शब्द की गलत व्याख्या की है।
शिवसेना(यूबीटी) सांसद ने कहा, ‘‘यह हिंदी का शब्द है। मैं अपने उम्मीदवार को भी असली माल कहता हूं। शाइना हमारी एक पुरानी दोस्त हैं, दुश्मन नहीं।’’
सावंत ने कहा, ‘‘कृपया दो दिन पहले दिये गए भाषण की एक वीडियो क्लिप को पेश करके विमर्श फैलाने के पीछे की मंशा को समझें। मेरे 50 वर्षों के राजनीतिक करियर में मैंने कभी किसी का अपमान नहीं किया।’’
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि सावंत की टिप्पणी ने राज्य की सभी ‘लाडकी बहिन’ का अपमान किया है। उन्होंने कहा, ‘‘(दिवंगत शिवसेना संस्थापक) बालासाहेब ठाकरे ऐसी टिप्पणी करने वाले किसी भी व्यक्ति को थप्पड़ जड़ देते।’’
राष्ट्रीय महिला आयोग की नवनियुक्त अध्यक्ष रहाटकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि एक जिम्मेदार जन प्रतिनिधि द्वारा महिलाओं के बारे में इस तरह का बयान देना अस्वीकार्य है, खासकर दिवाली और लक्ष्मी पूजा के पावन अवसर पर।
उन्होंने मुंबई पुलिस और निर्वाचन आयोग से उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया।
राज्य विधानपरिषद की उपसभापति नीलम गोरहे ने कहा कि उन्होंने महिलाओं के खिलाफ ‘‘अपमानजनक’’ टिप्पणी करने को लेकर सावंत के खिलाफ निर्वाचन आयोग में एक शिकायत दायर की है।
शिंदे नीत शिवसेना से संबद्ध गोरहे ने कहा कि ‘माल’ जैसे शब्द का इस्तेमाल महिलाओं को नीचा दिखाने के लिए किया जाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘अरविंद सावंत का बयान दर्शाता है कि उद्धव ठाकरे की पार्टी और उसके नेताओं का राज्य में महिलाओं के प्रति रवैया कितना निचले स्तर का है, खासकर हमारी महायुति सरकार की लाडकी बहिन योजना की आलोचना करते समय।’’
उन्होंने मांग की कि वह (सावंत) शाइना एनसी और राज्य की सभी महिलाओं से माफी मांगें।
शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की प्रवक्ता शीतल म्हात्रे ने कहा कि राज्यभर की महिलाएं इस ‘‘अपमान’’ को याद रखेंगी।
भाषा सुभाष देवेंद्र
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