
नयी दिल्ली, 15 फरवरी (भाषा) नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ जैसी स्थिति बनने से प्लेटफॉर्म संख्या 14 और 15 पर अफरा-तफरी मच गई, जिसमें कम से कम 15 लोग घायल हो गये और कुछ लोगों की मौत की आशंका है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि इस घटना में कई लोगों की जान चली गई।
सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से भयावह खबर। रेलवे प्लेटफॉर्म पर भगदड़ के कारण हुई जानमाल की हानि से मैं बेहद दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
सक्सेना ने कहा कि स्टेशन पर ‘अव्यवस्था और भगदड़’ के कारण लोगों की मौत और घायल होने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है।
लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि करीब 10 से 12 मरीजों को अस्पताल लाया गया है।
एक सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “कुछ लोगों की मौत की भी खबर है हालांकि सटीक संख्या की पुष्टि अभी नहीं की गई है। अधिकांश रोगियों को ऐसी चोटें आई हैं, जिनके लिए सर्जरी या आर्थोपेडिक उपचार की आवश्यकता है।”
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्टेशन पर भारी भीड़ के कारण कई यात्री दम घुटने के कारण बेहोश हो गए।
एक यात्री धर्मेंद्र सिंह ने बताया, “मैं प्रयागराज जा रहा था लेकिन कई ट्रेनें देरी से चल रही थीं या रद्द कर दी गई थीं। स्टेशन पर बहुत भीड़ थी। मैंने इस स्टेशन पर पहली बार इतनी भीड़ देखी। मेरे सामने ही छह-सात महिलाओं को स्ट्रेचर पर ले जाया गया।”
एक अन्य यात्री प्रमोद चौरसिया ने कहा, “मेरे पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस का स्लीपर क्लास का टिकट था, लेकिन कन्फर्म टिकट वाले भी ट्रेन में नहीं चढ़ पाए। मेरे एक दोस्त और एक महिला यात्री भीड़ में फंस गए। बहुत ज्यादा धक्का-मुक्की हुई। हम अपने बच्चों के साथ बाहर इंतजार करके सुरक्षित रहने में कामयाब रहे।”
पुलिस उपायुक्त (रेलवे) ने आधिकारिक बयान में बताया कि जब प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन प्लेटफार्म संख्या 14 पर खड़ी थी तब वहां कई लोग मौजूद थे।
अधिकारी ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस देरी से चल रही थीं और इन ट्रेनों के यात्री भी प्लेटफार्म नंबर 12, 13 और 14 पर मौजूद थे।
उन्होंने बताया, “रेलवे द्वारा हर घंटे 1,500 सामान्य टिकट बेचे जा रहे थे, जिसके कारण स्टेशन पर भीड़ बढ़ गई और स्थिति बेकाबू हो गई। प्लेटफार्म नंबर 14 और प्लेटफार्म नंबर 16 के पास एस्केलेटर के पास भगदड़ मच गई।”
यह घटना रात करीब नौ बजकर 55 मिनट पर हुई, जिसके बाद आपात प्रतिक्रिया की आवश्यकता पड़ी।
दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि अधिकारियों ने तुरंत बचाव दल भेजा और राहत प्रयासों में सहायता के लिए दमकल की चार गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया।
प्रारंभिक खबरों से पता चला कि प्रयागराज में महाकुंभ के लिए ट्रेन सेवाओं के कारण भीड़भाड़ थी।
उत्तर रेलवे के जन संपर्क अधिकारी हिमांशु उपाध्याय ने ‘पीटीआ-भाषा’ को बताया कि भारी भीड़ के कारण कुछ यात्रियों ने एक-दूसरे को धक्का दे दिया, जिससे कुछ यात्री घायल हो गए और उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि स्टेशन पर स्थिति अब नियंत्रण में है, दिल्ली पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान मौके पर पहुंच गए हैं।
उन्होंने कहा, “घायलों को अस्पताल ले जाया गया है और अचानक भीड़ से निपटने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।”
वहीं रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि अचानक भीड़ बढ़ने के कारण प्लेटफॉर्म पर यात्रियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया, जिससे कुछ लोगों को मामूली चोटें आईं।
रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “मीडिया के एक वर्ग में आई खबरों के अनुसार कोई भी ट्रेन रद्द नहीं की गई। सप्ताहांत में प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की भारी भीड़ थी।”
कुमार ने बताया, “सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद ही वास्तविक कारण का पता चलेगा। हालांकि, हमें जो पता चला है, उसके अनुसार कुछ लोगों ने एक-दूसरे को धक्का दिया, जिससे कुछ लोगों को मामूली चोटें आईं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।”
उन्होंने किसी भी यात्री की मौत की खबर को खारिज कर दिया।
कुमार ने बताया, “हमने अप्रत्याशित रूप से अचानक हुयी भीड़ को कम करने के लिए तुरंत चार विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया। अब भीड़ काफी कम हो गई है।”
उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं।
भाषा जितेंद्र रंजन
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