श्रीनगर, 10 मार्च (भाषा) शहर के हजरतबल इलाके में बृहस्पतिवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का एक पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया जबकि मौके से फरार दो अन्य आतंकवादियों की तलाश की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि तीनों आतंकवादियों ने डल झील के तट पर स्थित हजरतबल दरगाह में तैनात सुरक्षाकर्मी से हथियार छीनने का प्रयास किया।
उल्लेखनीय है कि दरगाह में पैगंबर मोहम्मद से जुड़ी निशानियां रखी हैं।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि आतंकवादियों में से एक पाकिस्तानी था और उसका मारा जाना जाना ‘‘बड़ी सफलता’’ है।
हजरतबल के बाहर कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम उस पर नजर रख रहे थे। उसका मकसद हजरतबल के गार्ड पर हमला कर उसका हथियार छीनना था। उसने पुलिस दल पर गोलियां चलाईं, जिसका जवाब दिया गया। मुठभेड़ में पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया।’’
अधिकारी ने बताया कि मारे गए आतंकवादी की पहचान मंजूर उर्फ हैदर उर्फ हमजा के रूप में हुई है जो प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था।
उन्होंने कहा, ‘‘वह लश्कर/टीआरएफ के शीर्ष कमांडर मेहराम का सहयोगी था। उसे मार गिराया जाना बड़ी उपलब्धि है।’’
कुमार ने बताया कि मंजूर पिछले छह महीनों से श्रीनगर में सक्रिय था और कई हत्याओं में शामिल था। उन्होंने कहा कि मंजूर का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह वरिष्ठ अधिकारियों पर हमला करने की बात करता दिखाई देता है।
मौके से फरार हुए दो आतंकवादियों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘हम उनका पता लगा रहे हैं। हमें आशा है कि उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि आतंकवादी शरण लेने और लोगों की भावनाएं भड़काकर कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा करने के लिए धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘उसका (पाकिस्तानी आतंकवादी) लक्ष्य मस्जिद में घुसने, सुरक्षा बलों से भिड़ने, खबर फैलाने और लोगों की धार्मिक भवनाएं भड़काने तथा कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा करना था। लेकिन हम उन्हें (आतंकवादियों) कामयाब नहीं होने देंगे।’’
बडगाम में सेना के एक जवान का शव मिलने के संबंध में सवाल पूछे जाने पर कुमार ने कहा कि पुलिस सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम दोनों पहलुओं से जांच कर रहे हैं… हो सकता है कि यह आतंकवाद से जुड़ा अपराध हो या फिर निजी रंजिश के कारण उसकी हत्या की गई हो।’’
तीन दिन से लापता सैनिक समीर अहमद मल्ला का शव बृहस्पतिवार को कश्मीर घाटी के बडगाम में एक बगीचे से मिला।
अधिकारियों ने बताया कि सैनिक के शव पर गोली लगने का निशान नहीं था, हालांकि चोट के कुछ निशान थे।
भाषा अर्पणा नेत्रपाल
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