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Tuesday, 23 April, 2024
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मप्र: ‘श्री महाकाल लोक’ गलियारे की मूर्तियां टूटने के मामले में कांग्रेस ने जांच समिति गठित की

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भोपाल, 29 मई (भाषा) मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में ‘श्री महाकाल लोक’ गलियारे की छह मूर्तियां तेज आंधी के कारण गिरकर टूटने के मामले में प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इसकी जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। यह जानकारी कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने सोमवार को दी।

रविवार को हुई इस घटना के बाद कांग्रेस ने राज्य की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर परियोजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था और निर्माण की ‘घटिया’ गुणवत्ता की जांच की मांग की थी।

प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में ‘श्री महाकाल लोक’ गलियारे की छह मूर्तियां रविवार दोपहर आयी तेज आंधी के चलते गिरकर क्षतिग्रस्त हो गई थीं। ये टूटी मूर्तियां वहां स्थापित किये गये सप्त ऋषियों में से छह की हैं और करीब 10 फुट ऊंची थीं।

अधिकारियों ने कल कहा था कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है।

कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘कमलनाथ ने ‘श्री महाकाल लोक’ में मूर्तियों के बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होने की घटना को गंभीरता से लेते हुए रविवार को सात सदस्यीय एक जांच समिति का गठन किया है। इस समिति में कांग्रेस के पांच विधायक भी शामिल हैं।’’

उन्होंने कहा कि यह जांच समिति शीघ्र ही उज्जैन पहुंच कर पूरी घटना की रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगी।

मध्य प्रदेश कांग्रेस संगठन प्रभारी राजीव सिंह द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार इस समिति में कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा एवं प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख केके मिश्रा सहित सात सदस्य शामिल हैं।

इस बीच, कमलनाथ ने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था, तब कल्पना भी नहीं की जा सकती थी कि बाद की सरकार महाकाल लोक के निर्माण में गंभीर अनियमितता करेगी।’’

उन्होंने कहा कि महाकाल लोक परिसर में तेज हवाओं के कारण मूर्तियों का जमीन पर गिरना किसी भी धार्मिक व्यक्ति के लिए दयनीय है।

कमलनाथ ने कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि नयी मूर्तियां तुरंत स्थापित की जाएं और घटिया निर्माण करने वालों को जांच के बाद दंडित किया जाए।’’

इस बीच, भाजपा की राज्य इकाई के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस ने पिछले सिंहस्थ महाकुंभ के दौरान भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे और इसकी जांच के लिए एक समिति का गठन किया था।

चतुर्वेदी ने कहा कि इस समिति को कोई अनियमितता नहीं मिली थी और राज्य की पिछली कांग्रेस सरकार ने विधानसभा में कहा था कि सिंहस्थ के दौरान कोई अनियमितता नहीं हुई है।

उन्होंने कहा कि रविवार को तेज हवाओं ने 160 मूर्तियों में से छह (महाकाल लोक गलियारे में) को क्षतिग्रस्त कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘ कांग्रेस को फिर से जांच करानी चाहिए क्योंकि कोई अनियमितता नहीं है। यह उनकी राजनीति है। ’’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल अक्टूबर में महाकाल लोक गलियारा परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन किया था।

उज्जैन के जिलाधिकारी कुमार पुरुषोत्तम ने रविवार को कहा कि महाकाल लोक गलियारे में कुल 160 मूर्तियां स्थापित हैं और तेज हवाओं के कारण उनमें से लगभग 10 फुट ऊंची सप्त ऋषियों की छह मूर्तियां शाम करीब चार बजे नीचे गिर गईं।

भाषा रवि कांत वैभव

वैभव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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