scorecardresearch
Friday, 29 March, 2024
होमदेशकिसानों के प्रदर्शन से घबराई खट्टर सरकार, मनोहर बोले- कल से शुरू होगी प्रदेश में धान की खरीद

किसानों के प्रदर्शन से घबराई खट्टर सरकार, मनोहर बोले- कल से शुरू होगी प्रदेश में धान की खरीद

केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को, पंजाब और हरियाणा में धान की खरीद को 11 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया था क्योंकि फसल पकी नहीं है और बारिश के कारण उसमें नमी की मात्रा अधिक है.

Text Size:

चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा के किसानों ने धान की खरीद में हुई देरी के विरोध में शनिवार को कई स्थानों पर प्रदर्शन किया. संयुक्त किसान मोर्चा ने दोनों राज्यों के विधायकों के घरों के सामने विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान शुक्रवार को किया था. इसी बिच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि कल से खरीदेंगे धान.

केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को, पंजाब और हरियाणा में धान की खरीद को 11 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया था क्योंकि फसल पकी नहीं है और बारिश के कारण उसमें नमी की मात्रा अधिक है. खरीद की प्रक्रिया केंद्र सरकार की नोडल एजेंसी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई), राज्य की एजेंसियों के साथ मिलकर करती है.

धान की खरीद आमतौर पर एक अक्टूबर से शुरू होती है. इस बीच, हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन ‘हर रोज हिंसक होता जा रहा है.’ विज ने ट्वीट किया, ‘किसान आंदोलन हर रोज हिंसक होता जा रहा है. महात्मा गांधी के देश में हिंसक आंदोलन को स्थान नहीं दिया जा सकता.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र से धान की खरीदने करने का आग्रह किया.

वहीं, पंजाब में किसान कई कांग्रेस विधायकों के आवासों के बाहर एकत्र हुए. धान की खरीद में हुई देरी के मुद्दे पर रूपनगर में विधानसभा अध्यक्ष राणा के पी सिंह और मोगा में विधायक हरजोत कमल के घर के बाहर किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया.

अधिकारियों ने बताया कि कानून व्यवस्था बरकरार रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी. किसानों ने कहा कि अगर अनाज मंडी में उनकी फसल नहीं खरीदी गयी तो उन्हें नुकसान झेलना पड़ेगा.


यह भी पढ़े: ‘नाम का CM है, काम तो कोनी करे’: हरियाणा में खट्टर के खिलाफ क्यों बढ़ रही है नाराज़गी


 

 

share & View comments