scorecardresearch
Sunday, 29 September, 2024
होमदेशकर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से इस्तीफे की मांग की

कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से इस्तीफे की मांग की

Text Size:

बेंगलुरु, 29 सितंबर (भाषा) कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने अब खत्म हो चुकी चुनावी बॉण्ड योजना के जरिए कथित तौर पर पैसा मांगने के लिए अदालत के आदेश पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद रविवार को उनसे इस्तीफा देने की मांग की।

प्रियांक खरगे ने आरोप लगाया कि भारी नुकसान का सामना करने वाली कंपनियों ने चुनावी बॉण्ड योजना के जरिए भाजपा को काफी चंदा दिया और अदालत ने वैध आधार पर पुलिस को सीतारमण व अन्यों के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया।

खरगे ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “अगर आपमें (भाजपा) नैतिकता है, तो पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा और उनके बेटे व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई विजयेंद्र को बाहर निकालिए। निर्मला सीतारमण, आर. अशोक (कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष) और भाजपा के विधायक मुनिरत्न को निष्कासित करें। ”

पुलिस के अनुसार एक विशेष अदालत के आदेश के आधार पर केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के पदाधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 384 (जबरन वसूली के लिए सजा), 120 बी (आपराधिक साजिश) और 34 (सामान्य इरादे से कई व्यक्तियों द्वारा किए गए कृत्य) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।

भाजपा की कर्नाटक इकाई के प्रमुख बी. वाई. विजयेंद्र, पार्टी के नेता नलिन कुमार कतील का भी नाम प्राथमिकी में दर्ज है।

खरगे ने कहा, ‘केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो, प्रवर्तन निदेशालय और राज्यपाल कार्यालय के जरिए हमें (कांग्रेस को) मत डराइये। हम नहीं डरेंगे। हमारे पास 140 साल के संघर्ष का इतिहास है और हम अगले 140 साल तक अपना संघर्ष जारी रखेंगे। हम आपकी नीतियों और सिद्धांतों के खिलाफ लड़ते हुए बड़े हुए हैं। हमें निशाना बनाने से पहले आप अपना घर दुरुस्त कर लें।”

मंत्री ने कहा कि जनाधिकार संघर्ष परिषद द्वारा दायर याचिका के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई।

उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी चुनावी बॉण्ड योजना को असंवैधानिक करार दिया है।

खरगे के मुताबिक एक लाख करोड़ रुपये के घाटे का सामना कर रहीं 33 कंपनियों ने भाजपा को 576.2 करोड़ रुपये चंदा दिया है।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा, जिन छह कंपनियों ने सकारात्मक शुद्ध लाभ दिखाया है, उन्होंने भाजपा को 646 करोड़ रुपये चंदा दिया है, जो उनके कुल शुद्ध लाभ से अधिक है।

उन्होंने दावा किया कि तीन कंपनियों ने भाजपा को 193.8 करोड़ रुपये का चंदा दिया है, जिनका शुद्ध लाभ सकारात्मक था, लेकिन प्रत्यक्ष कर नकारात्मक था।

भाषा जोहेब नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments