मैसुरु, पांच अक्टूबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने रविवार को दावा किया कि बिहार विधानसभा चुनावों के बाद राज्य में बड़े राजनीतिक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस में मुख्यमंत्री बदलने को लेकर उठ रही आवाजें इस ओर इशारा करती हैं।
मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के बीच सत्ता संघर्ष की ओर संकेत करते हुए विजयेंद्र ने कहा कि कांग्रेस भ्रम में है और पार्टी विधायक खुलेआम नेतृत्व परिवर्तन पर बयान दे रहे हैं।
विजयेंद्र ने एक सवाल के जवाब में कहा, “सिद्दरमैया कुछ जल्दबाजी में नजर आ रहे हैं। अगर आपने दो महीने पहले मैसूरु में उनका शक्ति प्रदर्शन देखा हो… तो मुख्यमंत्री अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक और मंत्री ही अक्टूबर-नवंबर में होने वाले ‘राजनीतिक परिवर्तन’ की बात कर रहे हैं, भाजपा नहीं।”
विजयेंद्र ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने अपने पार्टी नेताओं से नेतृत्व परिवर्तन पर चर्चा न करने को कहा है और यह भी कहा है कि इस विषय पर जो भी निर्णय होगा, वह पार्टी का शीर्ष नेतृत्व करेगा।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस नेतृत्व में कोई यह नहीं कह रहा कि नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा। इसका मतलब साफ है कि बिहार चुनावों के बाद राज्य में बड़े राजनीतिक बदलाव होंगे। इससे यह भी जाहिर है कि राज्य (राजनीति) में उथल-पुथल मचने वाली है।”
कांग्रेस विधायक एच.डी. रंगनाथ (कुणिगल) और मांड्या से पूर्व सांसद एल.आर. शिवरामे गौड़ा ने हाल ही में मुख्यमंत्री पद पर परिवर्तन की चर्चा को हवा दी थी।
उन्होंने दावा किया था कि शिवकुमार राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे और यह नवंबर में होगा।
हालांकि, सिद्दरमैया ने दोहराया है कि वह अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि वे अपने दूसरे कार्यकाल के 2.5 साल पूरे कर चुके हैं और बाकी 2.5 साल तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
जब विजयेंद्र से पूछा गया कि अगर राजनीतिक बदलाव होते हैं तो भाजपा की भूमिका क्या होगी, तो उन्होंने कहा, “देखते हैं कैसी स्थिति सामने आएगी। भाजपा एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में काम कर रही है और करती रहेगी।”
उन्होंने कांग्रेस पर ‘गरीब विरोधी’ और ‘किसान विरोधी’ होने का आरोप लगाते हुए कहा, “हम 63 से घटकर 62 सीटों पर आ गए है। हम विपक्ष में हैं और जिम्मेदारी से काम कर रहे हैं। हमें राज्य से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए।”
राज्य के राजनीतिक हलकों में, विशेषकर सत्तारूढ़ कांग्रेस में इस वर्ष के अंत में मुख्यमंत्री बदलने के विषय में अटकलें लगाई जा रही हैं, जिसमें सिद्धरमैया और शिवकुमार के बीच सत्ता-साझा करने के समझौते का हवाला दिया जा रहा है।
मई 2023 में विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धरमैया और शिवकुमार के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा थी और कांग्रेस शिवकुमार को मनाने में कामयाब रही और उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया।
उस समय कुछ खबरें थीं कि ‘रोटेशनल मुख्यमंत्री फॉर्मूले’ के आधार पर समझौता हो गया है, जिसके अनुसार शिवकुमार ढाई साल बाद मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन पार्टी द्वारा इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
राज्य के विभिन्न भागों, विशेषकर उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र में बारिश और बाढ़ से हुई तबाही का जिक्र करते हुए विजयेंद्र ने कहा कि इससे किसान संकट में हैं, क्योंकि उनकी फसलें नष्ट हो गई हैं और कई लोगों ने अपने घर खो दिए हैं।
उन्होंने सरकार और मंत्रियों पर प्रभावित लोगों की चिंताओं को दूर करने में रुचि नहीं दिखाने का आरोप लगाया।
उन्होंने सरकार से अपील की कि वह किसानों की समस्याओं पर केवल बयानबाजी करने के बजाय ठोस कदम उठाए।
भाषा राखी नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
