(फाइल फोटो के साथ)
बेंगलुरु/हुबली, 11 मई (भाषा) केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने रविवार को कहा कि भारत, उसकी रक्षा और कूटनीति अपनी रणनीति का पालन करती है और सरकार सशस्त्र बलों के साथ चर्चा के बाद पाकिस्तान के साथ सभी गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए एक समझौते पर पहुंची है। उन्होंने कहा कि लेकिन इस निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सरकार ने निर्णय लिया है कि भारत अपनी धरती पर भविष्य में होने वाली किसी भी आतंकवादी कार्रवाई को ‘युद्ध की कार्रवाई’ के रूप में देखेगा और उसी के अनुसार जवाब देगा।
केंद्रीय उपभोक्ता तथा खाद्य एवं वितरण मंत्री जोशी ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘भारत की अपनी ताकत है। पहले बड़े आतंकी हमलों के बाद भी हमारी प्रतिक्रिया मामूली होती थी। लेकिन इस बार पहले ही दिन हमारे सैनिकों ने पाकिस्तान में करीब नौ आतंकी ठिकानों या लॉन्च पैड पर हमला किया। बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए। इसलिए मैं युद्ध विराम की घोषणा की आलोचना करने वालों को जवाब नहीं देना चाहता।’’
जोशी ने हुबली में पत्रकारों से कहा कि जब से नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, आतंकवादी गतिविधियां, जो पहले देश भर में होती थीं, सीमावर्ती क्षेत्रों तक सीमित हो गई हैं और वहां भी सरकार गंभीर कार्रवाई कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत और उसके रक्षा बलों की कूटनीति और विदेशी मामलों समेत विभिन्न विषयों पर अपनी रणनीतियां हैं। रक्षा बलों के साथ गहन विचार-विमर्श के बाद भारत सरकार ने अपना निर्णय लिया है। आने वाले दिनों में विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इस बारे में और जानकारी देंगे।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता के दावे के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में जोशी ने कहा कि खबरों से पता चलता है कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) ने संघर्ष विराम उल्लंघन के बारे में अपने भारतीय समकक्ष से बात की है।
उन्होंने कहा कि आगे की जानकारी के लिए संबंधित मंत्रालय जवाब देगा।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने सैन्य कार्रवाई रोकने की घोषणा से पहले ही कड़ा रुख अपना लिया था कि भविष्य में किसी भी आतंकवादी कार्रवाई को ‘युद्ध की कार्रवाई’ माना जाएगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इससे सबक सीखना चाहिए।
इस बीच केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करांदलजे ने बेंगलुरु में संघर्षविराम का उल्लंघन करने को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा।
करांदलाजे ने कहा, ‘‘हमारे जवाबी हमले से डरकर पाकिस्तान अमेरिका और अन्य देशों से संघर्षविराम की गुहार लगाने लगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन पाकिस्तान भरोसेमंद नहीं है और उसने संघर्षविराम की घोषणा के बाद कल रात एक बार फिर भारत पर हमला करने की कोशिश की। हम, भारत के लोग, अपने सशस्त्र बलों के पीछे मजबूती से खड़े हैं, और उनके परिवारों का समर्थन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।’’
भाषा राजकुमार नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.