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Sunday, 29 September, 2024
होमदेशमोदी को सत्ता से हटाने से पहले मैं मरने वाला नहीं हूं : जम्मू कश्मीर रैली में खरगे ने कहा

मोदी को सत्ता से हटाने से पहले मैं मरने वाला नहीं हूं : जम्मू कश्मीर रैली में खरगे ने कहा

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जसरोटा/जम्मू, 29 सितंबर (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को कहा कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए संघर्ष करेगी और वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सत्ता से हटाने से पहले मरने वाले नहीं हैं।

कठुआ जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते समय अस्वस्थ हो गए खरगे ने उपचार के बाद यह टिप्पणी की।

भाजपा सरकार पर जम्मू-कश्मीर को रिमोट कंट्रोल के जरिए चलाने का आरोप लगाते हुए खरगे ने कहा, “ये लोग कभी चुनाव नहीं कराना चाहते थे। उन्होंने उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद ही चुनाव की तैयारी शुरू की।”

खरगे ने जसरोटा क्षेत्र में रैली में कहा, “हम राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ेंगे। कुछ भी हो, हम इसे छोड़ने वाले नहीं हैं। मैं 83 साल का हो गया हूं, मैं इतनी जल्दी मरने वाला नहीं हूं। जब तक (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी को सत्ता से नहीं हटाएंगे तब तक मैं जिंदा ही रहूंगा। आपकी बात सुनूंगा। आपके लिये लड़ूंगा।”

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर जम्मू-कश्मीर में खनन और शराब ठेकों जैसे प्रमुख क्षेत्रों में बाहरी लोगों को हावी होने देने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, “जब सारी ताकत भाजपा के पास है तो वह राज्य का दर्जा बहाल करने में देरी क्यों कर रही है? जम्मू-कश्मीर के लोग बेहतर शासन के हकदार हैं, लेकिन भाजपा ऐसा करने में विफल रही है।”

खरगे ने आरोप लगाया, “मोदी जी जम्मू कश्मीर के युवाओं के भविष्य को लेकर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। हकीकत तो ये है कि पिछले 10 सालों में पूरे देश के युवाओं को अंधकार में धकेल दिया गया है और इसके लिए मोदी जी खुद जिम्मेदार हैं।”

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 10 वर्षों में भारत के युवाओं को कुछ नहीं दिया। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा, “क्या आप ऐसे व्यक्ति पर विश्वास कर सकते हैं जो 10 वर्षों में आपकी समृद्धि वापस नहीं ला सका?”

उन्होंने बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए कहा, “45 वर्षों में सबसे अधिक बेरोजगारी दर मोदी जी के कार्यकाल में है।” उन्होंने कहा कि मोदी और (अमित) शाह के दिमाग में नौकरियां देने की कोई मंशा नहीं है, बल्कि केवल भाषण देना, फोटो खिंचवाना और रिबन काटना ही उनके दिमाग में रहता है।

भाषा प्रशांत नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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