scorecardresearch
शनिवार, 14 जून, 2025
होमदेशहिमाचल प्रदेश : हिंसा के बाद पॉंवटा साहिब क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू

हिमाचल प्रदेश : हिंसा के बाद पॉंवटा साहिब क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू

Text Size:

नाहन (हिमाचल प्रदेश), 14 जून (भाषा) सिरमौर जिले के पॉंवटा साहिब क्षेत्र के चार गांवों में प्रशासन ने शनिवार को निषेधाज्ञा लागू कर दी। एक दिन पहले एक हिंदू-मुस्लिम जोड़े के भागने को लेकर दो समूहों के बीच झड़प के बाद सांप्रदायिक तनाव भड़कने की आशंका के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है।

स्थानीय हिंदू संगठन चार दिनों से पॉंवटा साहिब कस्बे में प्रदर्शन कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि यह ‘‘लव जिहाद’’ का मामला है। शुक्रवार को हुई हिंसा के दौरान पथराव में पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 10 लोग घायल हो गए।

सिरमौर की जिलाधिकारी प्रियंका वर्मा ने एक निर्देश जारी कर पॉंवटा साहिब क्षेत्र के चार गांवों- कीरतपुर, मालियों, फतेहपुर और मिस्सरवाला में 19 जून तक निषेधाज्ञा लागू कर दी है। क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा जारी की गई है।

जिलाधिकारी ने कहा कि उन्हें शुक्रवार देर रात सिरमौर के जिला पुलिस प्रमुख निश्चिंत सिंह नेगी से एक रिपोर्ट मिली, जिसमें कहा गया कि ‘‘कीरतपुर क्षेत्र में आक्रोशित व्यक्तियों के एकत्र होने के कारण कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई है।’’

रिपोर्ट में कहा गया कि स्थिति के ‘‘सांप्रदायिक तनाव का रूप अख्तियार करने की आशंका के चलते सार्वजनिक शांति और सौहार्द को खतरा हो सकता है।’’

निषेधाज्ञा के अनुसार, इन चार गांवों की सीमाओं के भीतर पांच या अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने, घातक हथियार लेकर चलने, कोई सार्वजनिक रैली, जुलूस या प्रदर्शन करने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।

शुक्रवार को 18 वर्षीय लड़की के परिवार के सदस्यों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए दावा किया कि 19 वर्षीय युवक के कहने पर चार जून को दोनों कथित रूप से भाग गए। प्रदर्शनकारियों, जिनमें स्थानीय हिंदू संगठनों के सदस्य भी शामिल थे, ने मामले में सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए नाहन से 25 किलोमीटर दूर माजरा में नाहन-पॉंवटा राजमार्ग को करीब एक घंटे तक जाम कर दिया।

शाम को जैसे ही प्रदर्शनकारियों की भीड़ मुस्लिम व्यक्ति के घर की ओर बढ़ने लगी, दूसरी तरफ से पत्थरबाजी शुरू हो गई, जिसका प्रदर्शनकारियों ने जवाब दिया। पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से हो रहे पत्थरबाजी को रोकने के लिए बल प्रयोग किया। सूत्रों ने बताया कि इस घटना में 10 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें महिलाएं और कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।

स्थानीय हिंदू संगठनों के सदस्यों ने इस घटना को ‘‘लव जिहाद’’ का एक और मामला बताते हुए आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में ढिलाई बरत रहा है और लड़की का पता नहीं लगा रहा है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कहा कि जब तक लड़की बरामद नहीं हो जाती और हिंदू संगठनों के सदस्यों पर पथराव करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो जाती, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। शनिवार सुबह पुलिस थाने के सामने ग्रामीणों द्वारा धरना देने की घोषणा की गई।

भाषा आशीष प्रशांत

प्रशांत

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments