scorecardresearch
Wednesday, 24 April, 2024
होमदेशजर्मन राजदूत का बयान, नई सरकार के साथ भारत के संबंध बेहतर बनाए रखने की उम्मीद

जर्मन राजदूत का बयान, नई सरकार के साथ भारत के संबंध बेहतर बनाए रखने की उम्मीद

वॉल्टर जे लिंडनर ने कहा पिछले एक दशक में भारत व जर्मनी के बीच व्यापार तथा निवेश सहित विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है तथा रिश्तों के और प्रगाढ़ होने की संभावना है.

Text Size:

नई दिल्लीः जर्मन राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने सोमवार को कहा कि जर्मनी के लिए भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक अहम देश बनता जा रहा है तथा बर्लिन की अगली गठबंधन सरकार के भारत के साथ प्रगाढ़ संबंध कायम रखने की उम्मीद है.

उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में भारत व जर्मनी के बीच व्यापार तथा निवेश सहित विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है तथा रिश्तों के और प्रगाढ़ होने की संभावना है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘भारत के बिना किसी भी वैश्विक मुद्दे का हल नहीं किया जा सकता, चाहे यह जलवायु परिवर्तन हो या ग्लोबल वार्मिंग या व्यापार मुद्दे या कोविड-19 टीकाकरण या आतंकवाद…. भारत हमारे लिए महत्वपूर्ण है.’

उनकी टिप्पणी तब आई जब जर्मनी में संसदीय चुनावों के बाद नयी गठबंधन सरकार के सत्ता में आने की संभावना है. खबरों के अनुसार, सोशल डेमोक्रेट (एसपीडी) संघीय चुनावों में एंजेला मर्केल के सत्तारूढ़ रूढ़िवादी गठबंधन से आगे थी. संघीय चुनावों के साथ जर्मन चांसलर के रूप में मर्केल के 16 साल के कार्यकाल का अंत होने को है. इस अवधि के दौरान भारत-जर्मनी संबंधों में महत्वपूर्ण विस्तार हुआ.

मर्केल पहले ही वह इस शीर्ष पद पर एक और कार्यकाल से इनकार कर चुकी हैं.

जर्मन राजदूत ने कहा, ‘हिंद-प्रशांत अधिक महत्वपूर्ण होता जा रहा है तथा भारत इस क्षेत्र में एक प्रमुख देश के रूप में उभरा है.’ अफगानिस्तान के संबंध में उन्होंने कहा कि देश में मानवीय सहायता की जरूरत पर गौर करने की आवश्यकता है. तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा किए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि तालिबान ने जिस गति से देश पर कब्जा किया, उसका ठीक अनुमान लगाने में विश्व समुदाय असफल रहा.


यह भी पढ़ेंः जर्मनी में एंजेला मर्केल की पार्टी को झटका, सोशल डेमोक्रेट पार्टी को मिले सबसे ज्यादा वोट


 

share & View comments