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Friday, 29 March, 2024
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आपको अपने रिटायरमेंट की तैयारी क्यों करनी चाहिए

पेंशन योजना एक ऐसा खाता है, जो आपको रिटायर होने तक कुछ पैसे अलग रखने की अनुमति देता है. इसके तहत आप नौकरी से रिटायर होने के बाद भी अपनी जिंदगी को अपने हिसाब से जी सकते हैं.

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नई दिल्ली: जब तक आप नौकरी करते थे, आपके पास आय का एक जरिया था. आप आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर थे. लेकिन जैसे-जैसे सेवानिवृत्ति का समय पास आता जा रहा है, तो आपके मन में आर्थिक असुरक्षा की भावना घर करने लगी है. तो आप बिल्कुल भी घबराए नहीं. आप सिर्फ पेंशन योजना में निवेश करके अपनी जिन्दगी बेहतर तरीके से जी सकते हैं. पेंशन योजना में किया गया निवेश, सेवानिवृत्ति के बाद भी आपको आर्थिक रूप से कमजोर नहीं होने देता है.

आप अपनी जिन्दगी खुल के जीते हैं. आपके पास अपनी ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए समय और पैसा दोनों होते हैं. निवेश करने की आदत जितनी जल्दी डालो, उतना ही अच्छा आपके लिए होगा. बाजार में निवेश करने के लिए वैसे तो कई फंड हैं, लेकिन बुढ़ापे में नियमित आय पाने के लिए आपको पेंशन योजना में ही निवेश करना चाहिए. आज हम आपको यहां पेंशन योजना से जुड़ें हुए हर सवाल के जवाब देने जा रहे हैं, जिसे पढ़कर आप समझ जाएंगे की यह हमारी जिंदगी में क्यों जरूरी है.

पेंशन योजना क्या है

सेवानिवृत्ति (रिटायरमेंट) योजना या पेंशन योजना एक ख़ास प्रकार की बीमा पॉलिसी होती हैं, जो आपको नौकरी के बाद की जिंदगी यानी सेवानिवृत्ति के बाद के समय को अच्छे तरीके से बिताने में मदद करती है. यह योजना आपको आर्थिक सहायता प्रदान करती है. आपको सुरक्षा देती है. यह निवेश की नीतियों के रूप में भी काम करती है. कहने का आशय है कि सेवानिवृत्ति के बाद की आपकी जो भी जरूरतें होती हैं जैसे- मेडिकल, डॉक्टर और अस्पताल का खर्चा, परिवार चलाने की जिम्मेदारी, अपने शौक को पूरा करने के लिए पैसों की जरूरत आदि को पूरा करने के लिए एक धनराशि जमा करने में मदद करती हैं.

पेंशन योजना एक ऐसा खाता है, जो आपको रिटायर होने तक कुछ पैसे अलग रखने की अनुमति देता है. पेंशन योजना के तहत आप नौकरी से रिटायर होने के बाद भी अपनी जिंदगी को अपने हिसाब से जी सकते हैं. अपने खर्चें, जरूरतों और शौक को पूरा करने के लिए आपको किसी के आगे हाथ फ़ैलाने नहीं होंगे.

पेंशन योजना बुढ़ापे में व्यक्ति को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का सबसे पहला कदम है. इसका फायदा हर व्यक्ति को जरूर उठाना चाहिए. पेंशन योजना आपको बीमा कवरेज भी प्रदान करती है. एक सही तरीके और अपनी जरूरतों को ध्यान में रखकर चुनी गई पेंशन योजना आपकी कई तरह की समस्याओं को चुटकियों में हल कर देती है. एक बेस्ट पेंशन योजना चुनने के लिए, आपको एक रिटायरमेंट प्लानिंग कैलकुलेटर की आवश्यकता है.

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रिटायरमेंट प्लानिंग कैलकुलेटर क्या है

रिटायरमेंट प्लानिंग कैलकुलेटर एक ऐसा कंप्यूटर प्रोग्राम है, जो उम्र, जरूरत और खर्चों के हिसाब से आपको गणना करके एक अनुमान बताता है. ताकि आप अपना बुढ़ापा सुरक्षित करने के लिए कितने रुपये का निवेश करना शुरू करें. रिटायरमेंट प्लानिंग कैलकुलेटर आपको एक अनुमानित पेंशन रकम के बारें में भी बताता है. जो आपको सेवानिवृत्त होने के बाद मिलेगी. अपनी वर्तमान आयु, इनकम, जीवन शैली और आने वाले जिंदगी के लक्ष्यों के आधार पर रिटायरमेंट प्लानिंग कैलकुलेटर की मदद से आप निवेश करने के लिए राशि का चुनाव कर सकते हैं. अपनी सेवानिवृत्ति के लिए सही योजना बना सकते हैं.

  • रिटायरमेंट प्लानिंग कैलकुलेटर आपके रिटायरमेंट के बाद भी आपकी जिंदगी को सुनियोजित तरीके से चलाने के लिए कितने पैसों की आवश्यकता होगी. इस बारे में हमें सम्पूर्ण जानकारी देता है.
  • रिटायरमेंट प्लानिंग कैलकुलेटर आपको बुढ़ापे में आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर जिंदगी जीने के लिए कितने धन की आवश्यकता होगी, इस बारें में गणना करता है.
  • रिटायरमेंट प्लानिंग कैलकुलेटर आपको कितने रुपये का निवेश नियमित रूप से करना चाहिए यह भी बताता है.

पेंशन योजना आपके लिए क्यों है जरूरी

  • बुढ़ापे को सुरक्षित बनाने के लिए जरूरी है पेंशन योजना.
  • आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने के लिए जरूरी है पेंशन योजना.
  • आरामदायक और समृद्ध जीवन जीने के लिए जरूरी है पेंशन योजना.
  • परिवार के प्रति जिम्मेदारियां निभाने के लिए जरूरी है पेंशन योजना.
  • बुढ़ापे में पैसों की कमी का सामना न करना पड़े, इसलिए जरूरी है पेंशन योजना.
  • सेवानिवृत्ति के बाद की जिंदगी जीवन सुचारू और शांतिपूर्ण तरीके से चलती रहे, इसलिए जरूरी है पेंशन योजना.
  • सेवानिवृत्ति के बाद भी एक निश्चित आमदनी बनी रहे, भविष्य सुरक्षित रहे, इसलिए भी पेंशन योजना जरूरी है.

पेंशन योजनाओं के प्रकार

पेंशन योजना कई तरह की होती है. आप अपनी जरूरत के हिसाब से इनका चुनाव कर सकते हैं.

तत्काल वार्षिकी पेंशन योजना: तत्काल वार्षिकी पेंशन योजना में आपको सेवानिवृत्ति के बाद तुरंत एक रकम मिलती है. इसमें आपको एक निश्चित राशि प्रदान की जाती है. यह भुगतान एकमुश्त होता है.

निश्चित वार्षिकी पेंशन योजना: इस प्रकार की पेंशन योजना में आपके द्वारा चयन किये गये समय पर एक रकम को दिया जाता है. यह रकम आपके निवेश करने के आधार पर प्रदान की जाती है.

जीवन वार्षिकी पेंशन योजना: इस तरह की पेंशन योजना में, आपको एक निश्चित समय तक प्रीमियम भरना होता है. इसके बदले में आपको जीवन भर एक निश्चित रकम प्राप्त होती है. यदि किसी दुर्घटना बस पेंशन धारक की मृत्यु हो जाती है, तो उसके पार्टनर को पेंशन मिलेगी.

स्थगित वार्षिकी पेंशन योजना: यह एक ऐसा निवेश होता है, जो लम्बे समय तक चलता है. इसमें आप निश्चित रकम का इन्वेस्टमेंट करते हैं, उसके बाद आपको उस रकम पर ब्याज एक समय बाद दिया जाने लगता है. इस ब्याज को आप कई सालों तक पाते हैं. इस योजना के दो चरण होते हैं: संचय चरण और आय चरण.

कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ): ईपीएफओ के अंतर्गत आने वाले सभी कर्मचारी अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए ईपीएफ में निवेश कर सकता है. सेवानिवृत्त होने के बाद उस कर्मचारी को एक निश्चित रकम पेंशन के रूप में प्रदान की जाती है. इसमें वेतन भोगी कर्मचारी अपने वेतन का एक प्रतिशत इस खाते में डालता है. इस पर ब्याज भी दिया जाता है.

सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ): पीपीएफ में व्यक्ति 500 रुपये से लगाकर 1.5 लाख तक निवेश कर सकता है. आप चाहे, तो एक साल में 500 रुपए डाले, या फिर उससे ज्यादा. आप जितना पैसा इस खाते में डालते हैं, उस हिसाब से आपको ब्याज मिलता है. उसी के आधार पर पेंशन दी जाती है.

राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस): इस योजना को शुरू करने के लिए आपकी उम्र कम से कम 18 साल की होनी चाहिए. इसमें आपको दो विकल्प दिए जाते हैं. पहला सक्रिय विकल्प, दूसरा ऑटो विकल्प. यदि आप सक्रिय विकल्प का चुनाव अपने लिए करते हैं, तो आपके द्वारा दिए गए पैसों में से 50% इक्विटी में डाला जाता है, जबकि बाकी पैसों को सरकारी और कॉरपोरेट बॉन्ड में डाल दिया जाता है. यदि आप दूसरे विकल्प ऑटो चॉइस का चुनाव करते हैं, तो आपकी आयु के अनुसार इक्विटी, कॉरपोरेट और सरकारी बॉन्ड तीनों में मिला-जुला कर निवेश किया जाता है.

यूनिट लिंक्ड बीमा योजनाएं: अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए, अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए आप यूनिट लिंक्ड जैसी बीमा योजनायों का भी चुनाव कर सकते हैं. इसमें आप सेवानिवृत्ति के समय रकम प्राप्त करने के लिए अपना थोड़ा-थोड़ा पैसा बाजार में लगाते हैं. यह आपको मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए अलग से सुविधा प्रदान करती है.

भारत में पेंशन योजनाओं के मुख्य बिंदु

हालांकि अनेक प्रकार की पेंशन योजनाओं के लिए भिन्न-भिन्न पात्रता के मानदंड निर्धारित हैं. कुछ पात्रता के मानदंड इस प्रकार हैं:

  • सभी तरह की पेंशन योजनाओं में निवेश करने की न्यूनतम आयु 18 से 30 वर्ष और अधिकतम आयु 75 वर्ष निर्धारित की जाती है. यह आयु सीमा हर कंपनी की अलग भी हो सकती है.
  • पेंशन योजनाओं के लिए न्यूनतम निहित के लिए आपकी उम्र कम से कम 45 वर्ष और अधिकतम 80 साल हो सकती है. यह सीमा हर कंपनी की अलग भी हो सकती है.
  • पेंशन योजनाओं के लिए पॉलिसी का समय 10 से 30 साल के बीच रहता है.
  • पेंशन योजनाओं के लिए पॉलिसी में कम से कम रकम के प्रीमियम का निर्धारण किया जाता है, लेकिन आप ज्यादा से ज्यादा कितनी भी रकम का प्रीमियम भर सकते हैं.
  • पेंशन योजनाओं में किये गये निवेश के बदले में आप चाहे तो समय पूरा होने के बाद एक साथ रकम ले सकते हैं, या फिर थोड़ी-थोड़ी रकम भी प्राप्त कर सकते हैं.
  • पेंशन योजनाओं में निवेश करने के लिए भी आप एक साथ रकम निवेश कर सकते हैं, या फिर थोड़ी-थोड़ी रकम निवेश कर सकते हैं. वैसे हर कंपनी के नियम अलग होते हैं. निमयों के बारें में जानकारी करने के बाद ही निवेश जैसा कदम उठाएं.

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