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Sunday, 29 December, 2024
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एआई में ‘गुटबंदी’ बढ़ाने की क्षमता, अध्ययन में विभिन्न जोखिमों का आकलन करेंगे : सीसीआई प्रमुख

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(मनोज राममोहन)

नयी दिल्ली, 29 दिसंबर (भाषा) कृत्रिम मेधा (एआई) में पूर्वानुमानित एल्गोरिदम के जरिये कपटपूर्ण व्यवहार को स्वचालित करके गुटबंदी को बढ़ावा देने की क्षमता है। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की प्रमुख रवनीत कौर ने यह बात कही।

उन्होंने जोर देकर कहा कि नियामक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने पर ध्यान दे रहा है, जो नवाचार को बढ़ावा देते हुए एल्गोरिदम संबंधी पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करते हैं।

सीसीआई बाजार में अनुचित व्यापार व्यवहार पर अंकुश लगाने के लिए काम करता है। आयोग ने एआई और प्रतिस्पर्धा पर अध्ययन शुरू किया है, जिसके 2025 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है।

अध्ययन में लॉजिस्टिक और एल्गोरिदम के क्षेत्र में एआई सहित विभिन्न पहलुओं पर विचार किया जाएगा।

कौर ने पीटीआई-भाषा के साथ साक्षात्कार में बताया कि सिर्फ एल्गोरिदम के इस्तेमाल से प्रतिस्पर्धा विरोधी व्यवहार नहीं हो सकता है, लेकिन यदि एल्गोरिदम में हेरफेर किया जाता है, तो यह प्रतिस्पर्धा से जुड़ा मुद्दा है।

उन्होंने कहा, ‘‘एआई में पूर्वानुमानित एल्गोरिदम के जरिये कपटपूर्ण व्यवहार को स्वचालित करके गुटबंदी में मदद करने की क्षमता है… हमारा ध्यान ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने पर है, जो नवोन्मेषण को बढ़ावा देते हुए एल्गोरिदम से संबंधित पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करते हैं।”

उन्होंने कहा कि एआई पर बाजार अध्ययन विभिन्न जोखिमों की जांच करेगा, और नियामक का लक्ष्य एक सटीक प्रवर्तन तंत्र के जरिये चिंताओं को दूर करना है।

सीसीआई नए युग के बाजारों द्वारा पैदा हुई चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी क्षमता को बढ़ाने पर भी काम कर रहा है। गौरतलब है कि नियामक ने कथित रूप से प्रतिस्पर्धा-रोधी व्यवहार में शामिल होने के चलते कई प्रौद्योगिकी कंपनियों के खिलाफ आदेश पारित किए हैं।

कौर ने कहा, ‘‘हम तकनीकी विशेषज्ञता तैयार कर रहे हैं और नए युग के बाजारों की जटिलताओं को समझने के लिए इस क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ सहयोग कर रहे हैं।’’

आयोग प्रौद्योगिकी परिदृश्य में तेजी से बदलाव के बीच प्रतिस्पर्धा का आकलन करने में मदद करने के लिए अधिक विशेषज्ञों की भर्ती करने की योजना भी बना रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘एआई, डेटा एनालिटिक्स और डिजिटल मार्केट जैसे क्षेत्रों में डोमेन विशेषज्ञों की भर्ती की जाएगी।’’

कौर अप्रैल, 2023 में सीसीआई की प्रमुख बनी थीं।

उन्होंने कहा कि एआई, डेटा एनालिटिक्स और डिजिटल मार्केट जैसे क्षेत्रों में डोमेन विशेषज्ञों की भर्ती हमारी प्राथमिकता है। ‘‘इससे सीसीआई भविष्य के लिए तैयार हो सकेगा और तेजी से बदलती प्रौद्योगिकी में चुनौतियों से निपट सकेगा।’’

भाषा पाण्डेय अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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