चेन्नई, 29 नवंबर (भाषा) तमिलनाडु तट की ओर बढ़ रहे चक्रवात ‘दित्वा’ के कारण शनिवार को तटीय क्षेत्रों और कावेरी डेल्टा के जिलों में भारी बारिश हुई। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए 28 आपदा प्रतिक्रिया दल तैयार रखे गए हैं।
सबसे अधिक प्रभाव रामनाथपुरम और नागपट्टिनम जिलों पर पड़ा।
लगातार बारिश और तेज हवाओं से रामेश्वरम में दूसरे दिन भी सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। एक अधिकारी ने बताया कि नागपट्टिनम में भारी बारिश के दौरान कई पेड़ गिर गए।
राज्य के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री के. के. एस. एस. आर. रामचंद्रन ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि चक्रवात ‘दित्वा’ चेन्नई के पास तट से टकराएगा या नहीं, लेकिन सरकार युद्धस्तर पर बचाव और राहत कार्य शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, “एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) और एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) सहित लगभग 28 आपदा प्रतिक्रिया दल तैयार हैं। हम अन्य राज्यों से 10 और टीम को हवाई मार्ग से लाने की योजना बना रहे हैं। वायु सेना और तटरक्षक बल को भी सतर्क कर दिया गया है। इसके अलावा, कल जिलों में निगरानी दल भेजे जाएंगे।”
उन्होंने बताया कि अभी तक जनहानि की कोई सूचना नहीं है, हालांकि 16 मवेशी मारे गए हैं और 24 झुग्गियों को नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा, “फिलहाल बारिश से कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा है, लेकिन राज्य सरकार लगातार स्थिति पर नजर रख रही है और बचाव एवं राहत कार्यों के लिए कई टीम तैयार हैं।”
जिलों में लगभग 6,000 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात चेन्नई तट के समानांतर गुजर सकता है और भारी बारिश ला सकता है।
रामचंद्रन ने लोगों से सुरक्षित रहने के लिए मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन की सलाह का पालन करने का आग्रह किया।
भाषा खारी संतोष
संतोष
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