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Thursday, 25 April, 2024
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भाजपा के बढ़ते सदस्यों की संख्या से ‘हैरान’ है कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना

अगस्त में चीन का दौरा करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे भाजपा नेताओं का कहना है कि कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य यह जानकर हैरान थे कि भाजपा अब दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है.

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नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यता अभियान ने दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) का ध्यान आकर्षित किया है, सीपीसी 2015 तक दुनिया की सबसे बड़ी थी. भाजपा ने 8.8 करोड़ सदस्यों का नामांकन कर सीपीसी को पीछे छोड़ दिया है.

अगस्त के अंतिम सप्ताह में चीन का दौरा करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे भाजपा नेताओं ने दिप्रिंट को बताया कि सीपीसी अधिकारियों ने पार्टी की सदस्यता स्ट्रक्चर पर बहुत सारे सवाल किए, जैसे पिछले पांच वर्षों में भाजपा ने अपना संगठन कैसे बनाया? चुनाव के दौरान भाजपा अपनी पार्टी मशीनरी का उपयोग कैसे करती है? भाजपा अपने सदस्यता अभियान का संचालन कैसे करती है?

प्रतिनिधिमंडल के भाजपा नेता ने कहा, ‘जब हमने उन्हें बताया कि हमारी पार्टी के सदस्यों की संख्या जितनी थी. हम उससे ज्यादा सदस्यों को जोड़ चुके हैं, तो वे काफी हैरान थे. वे जानना चाहते थे कि पिछले पांच वर्षों में हमने पार्टी का निर्माण कैसे किया है. हम चुनाव के लिए पार्टी मशीनरी का उपयोग कैसे करते हैं.’

महासचिव अरुण सिंह के नेतृत्व में 11 सदस्यीय भाजपा टीम ने 26 अगस्त से 1 सितंबर के बीच सीपीसी के निमंत्रण पर चीन का दौरा किया था.

भाजपा नेता ने कहा कि भले ही सीपीसी चुनाव नहीं लड़ती है, लेकिन इसके सदस्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में पार्टी के अभूतपूर्व उदय के बारे में जानने के लिए उत्सुक थे. उन्होंने कहा कि वे यह जानकर दंग रह गए कि भाजपा सदस्यों की संख्या 18 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है.

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पार्टी से पार्टी और लोगों के बीच बातचीत की जरूरत

भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने इस तथ्य पर जोर दिया कि गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट इंटरेक्शन है, अब जरूरत है कि पार्टी से पार्टी और लोगों को जोड़ा जाये. भाजपा नेताओं की यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के दूसरे संस्करण से पहले हुई है, यह सम्मेलन 10 से 12 अक्टूबर के बीच ममल्लापुरम में होगा.

भाजपा नेता ने कहा, ‘हमने उनसे कहा कि व्यापार, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति सहित अन्य विषयों पर पार्टी से पार्टी के बीच आपसी तालमेल बढ़ाने की जरूरत है.’

वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ‘बॉलीवुड की लोकप्रियता भी चर्चा का विषय थी. सीपीसी नेताओं ने भारत को इसका लाभ उठाने के लिए कहा. उन्होंने यह भी कहा कि बॉलीवुड फिल्में चीन में काफी लोकप्रिय हैं और उनकी बहुत अधिक मांग है और इसे आगे भी बढ़ाया जाना चाहिए.’

भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने सीपीसी की स्थायी समिति के सदस्य ये हेंकिन, गुओ येझुहो और सीपीसी के अंतर्राष्ट्रीय विभाग के उप-मंत्री और अंतर्राष्ट्रीय विभाग के प्रमुख सांग ताओ से भी मुलाकात की.

उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के एक पत्र को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को सौंपा. सीपीसी के एक प्रतिनिधिमंडल के जल्द ही भारत आने की उम्मीद है.

‘अनुच्छेद 370 पर भारत का रुख स्पष्ट’

भाजपा नेता ने कहा कि सीपीसी सदस्यों ने उन्हें बताया कि मोदी सरकार के जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने के कदम ने भारत और चीन के बीच डायनामिक्स को बदल दिया है. हालांकि, भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यह पार्टी का आंतरिक मामला है और मौजूदा सीमाओं में कोई बदलाव नहीं हुआ है.

भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने सीपीसी नेताओं से कहा, ‘भाजपा एक बड़ी धारणा की लड़ाई का सामना कर रही है. जनता ने इस यात्रा की जरूरत पर सवाल उठाया है, क्योंकि चीन ने अनुच्छेद 370 पर भारत के कदम की आलोचना की थी.’

भाजपा की विदेश नीति विभाग के प्रमुख विजय चौथाईवाले ने कहा, ‘अनुच्छेद 370 पूरी तरह से भारत का आंतरिक मामला है और भारत के नक्शे या सीमाओं में कोई बदलाव नहीं होगा. वैश्विक मंच पर चीन के विचारों और कार्यों के कारण हमने धारणा की लड़ाई लड़ी और इसके बावजूद हम अपनी यात्रा को जारी रखना चाहते थे. यह स्पष्ट संकेत है कि हम बातचीत की प्रक्रिया को जारी रखने के इच्छुक हैं.’

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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