नयी दिल्ली, 20 नवंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने सोमवार को कहा कि लड़कियों और महिलाओं को अपनी क्षमताओं पर हमेशा विश्वास करना चाहिए तथा किसी क्षेत्र में पुरुषों का वर्चस्व होने की परवाह किए बिना अपने सपनों को उड़ान देनी चाहिए।
विश्व बाल दिवस पर यूनिसेफ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में लेखी ने युवाओं से कहा कि उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए आगे कदम उठाने चाहिए।
लेखी ने इस बात पर जोर दिया कि ऐतिहासिक रूप से भारत ने हर आयु के प्रतिभाशाली लोगों को स्वीकार किया है और उनका सम्मान किया है।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) की साझेदारी में यूनिसेफ द्वारा यहां आयोजित एक प्रदर्शनी में भारत भर से 14 युवाओं ने ‘समानता के लिए नवोन्मेष’ के बैनर तले अपने नवोन्मेषी कार्यों का प्रदर्शन किया।
लेखी ने युवाओं से अपनी क्षमता का सर्वोत्तम उपयोग करने की अपील की और कुछ शैक्षणिक क्षेत्रों में महिलाओं के अग्रणी रहने का उदाहरण दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘लड़कियों को यह विचार नहीं रखना चाहिए कि कोई क्षेत्र पुरुषों के वर्चस्व वाली जगह है।’’
भाषा सिम्मी नेत्रपाल
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