scorecardresearch
Saturday, 20 April, 2024
होमदेशजंतर-मंतर पर दिल्ली भाजपा नेता द्वारा आयोजित प्रदर्शन पर लगे 'मुस्लिम विरोधी' नारे, एफआईआर दर्ज

जंतर-मंतर पर दिल्ली भाजपा नेता द्वारा आयोजित प्रदर्शन पर लगे ‘मुस्लिम विरोधी’ नारे, एफआईआर दर्ज

दिल्ली पुलिस ने दिल्ली भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय द्वारा आयोजित 'औपनिवेशिक युग के कानूनों' के खिलाफ आयोजित प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर शूट किए गए वीडियो के आधार पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

Text Size:

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने सोमवार को ‘औपनिवेशिक युग के कानूनों’ के विरोध में जंतर मंतर पर कथित रूप से मुस्लिम विरोधी नारे लगाने के एक दिन बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की.

पुलिस उपायुक्त, नई दिल्ली, दीपक यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा,’कानून की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. और जांच जारी है.’

कथित तौर पर रविवार को जंतर- मंतर पर ये नारे ‘औपनिवेशिक कानून और यूनिफॉर्म लॉ बनाएं’ नामक एक मार्च के दौरान लगाए गए थे. पुलिस के मुताबिक, इस कार्यक्रम के आयोजकों को रैली करने की अनुमति नहीं थी.

कोविड -19 दिशानिर्देश के उल्लंघन के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 51 के अलावा भारतीय दंड संहिता की धारा 153A (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा) के तहत कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में ऐफ आई आर (FRI) दर्ज की गई है.

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया, जिसमें भीड़ में मौजदू लोगो को मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणीयां करते हुए सुना जा सकता है. इस वीडियो ने ट्विटर पर हंगामा खड़ा कर दिया.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया, ‘हम उन लोगों की पहचान कर रहे हैं जिन्होंने ये नारे लगाए. हमने वीडियो के सभी रिकॉर्ड ले लिए हैं.’

इस मार्च का आयोजन सुप्रीम कोर्ट के वकील और बीजेपी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने ‘ भारत जोड़ो (यूनाइट) मूवमेंट’ के बैनर तले किया था. सभी के लिए यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की मांग करने वाले कार्यक्रम में भाजपा के नेता गजेंद्र चौहान भी मौजूद थे.

 


यह भी पढ़ें: NSO समूह के साथ कोई लेन-देन नहीं किया, पेगासस मामले पर रक्षा मंत्रालय ने राज्य सभा में कहा


‘अनुमति अस्वीकार कर दी गई थी’

सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस आयोजन की अनुमति से इनकार कर दिया गया था. ‘हालांकि, बाद में, यह सूचना मिलने पर कि उपाध्याय एक इनडोर आयोजन के लिए स्थल ले सकते हैं, हमने पूरी व्यवस्था की ..जिसमें सैकड़ों लोग आए, जो हमारी अपेक्षा से अधिक थे.

अधिकारी ने कहा कि ‘हम सोशल मीडिया और पुलिस के पास उपलब्ध वीडियो के आधार पर नारे लगाने वालों की पहचान कर रहे हैं. अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी’.

हालांकि उपाध्याय ने इस कार्यक्रम में मुस्लिम विरोधी नारेबाजी में शामिल होने या जानकारी होने से इनकार किया है.

उन्होंने बार एंड बेंच को बताया, ‘रैली सुबह 10 बजे से 12 बजे तक थी. जबकि नारेबाजी शाम करीब पांच बजे हुई. हमारी रैली (सेंट्रल दिल्ली में) पार्क होटल के बाहर थी लेकिन नारे संसद भवन पुलिस स्टेशन के पास लगाए गए. मुझे नहीं पता कि वे कौन थे.’

घटना के कथित वीडियो में कुछ लोगों को मुसलमानों की हत्या के नारे और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए सुना गया है.

कथित तौर पर इस घटना के वीडियो में ‘हिंदुस्तान में रहना है तो ‘जय श्री राम’ कहना होगा का नारा एक वीडियो में सुना जा सकता है,  इसी तरह के एक दूसरे वीडियो में, लोगों को यह कहते हुए सुना जा सकता है, कि ‘जब मुल्ले काटे जाएंगे राम राम चिल्लाएंगे.’

share & View comments