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Tuesday, 16 April, 2024
होमदेशकोरोना के 'नए स्ट्रेन' के खतरे के बीच एक और नई मुसीबत, ब्रिटेन से लौटे कई लोगों ने गलत या अधूरा पता बताया

कोरोना के ‘नए स्ट्रेन’ के खतरे के बीच एक और नई मुसीबत, ब्रिटेन से लौटे कई लोगों ने गलत या अधूरा पता बताया

अब तक यह नहीं पता लग पाया है कि नया स्ट्रेन बीमारी की गंभीरता को बढ़ा देता है, जबकि यह काफी अधिक संक्रामक है.

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नई दिल्ली: ब्रिटेन से लौटने वाले कई लोगों ने गलत या अधूरा पता और मोबाइल नंबर दिया है. अधिकारियों के अनुसार इस वजह से उनका पता नहीं लग पा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि 25 नवंबर से आईजीआई हवाई अड्डा पहुंचे करीब 14,000 में से 3900 से ज्यादा यात्रियों ने दिल्ली का पता बताया है.

दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘ कई मामलों में जिला स्तरीय टीमें ब्रिटेन से लौटे शख्स द्वारा दिए गए पते या मोबाइल नंबर से उसका पता नहीं लगा सकीं, क्योंकि ये विवरण अधूरा है. उनका जल्द से जल्द पता लगाने की कोशिशें की जा रही हैं. ‘

दिल्ली में ब्रिटेन से लौटे लोगों का पता लगाकर उनकी जांच करने के लिए जिला स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है.

दिल्ली सरकार ने 25 नवंबर से 24 दिसंबर के बीच ब्रिटेन की यात्रा से लौटे और कोरोनावायरस के नए प्रकार से संक्रमित पाए गए लोगों के लिए चार निजी अस्पतालों में पृथक केंद्र बनाने का बुधवार को आदेश दिए.

अधिकारियों ने बताया कि साकेत के मैक्स सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल, तुगलकाबाद इन्स्टिट्यूशनल एरिया स्थित बत्रा अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, वसंत कुंज के फोर्टिस सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल और गंगाराम सिटी अस्पताल को अलग से पृथक इकाइयां बनाने के निर्देश दिए गए हैं.

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इन अस्पतालों से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया का पालन करने को भी कहा गया है. एसओपी के मुताबिक, ब्रिटेन गए या वहां के हवाई अड्डे होते हुए भारत पहुंचने वाले सभी लोगों की आरटी-पीसीआर जांच होगी.


यह भी पढ़ें: यूके स्ट्रेन से अब तक 20 लोग पाए गए पॉजिटिव, भारत लौटे सभी संक्रमितों की होगी जीनोम सीक्वेंसिंग


नए ‘स्ट्रेन’ से संक्रमित, कुल मामले बढ़कर 20 हुए

ब्रिटेन से भारत लौटे 14 और लोग सार्स-कोव-2 के नए प्रकार (स्ट्रेन) से संक्रमित पाए गए हैं जिससे देश में अब तक सामने आए इस तरह के मामलों की कुल संख्या 20 हो गई है. पश्चिम बंगाल, फरीदाबाद और उत्तर प्रदेश में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं.

सतर्कता बरत रही सरकार ने ब्रिटेन और भारत के बीच यात्री उड़ानों पर अस्थायी रोक सात जनवरी तक एक सप्ताह के लिए और बढ़ा दी तथा कहा कि इसके बाद सेवाएं ‘कड़े नियमों’ के साथ शुरू होंगी.

स्थानीय अधिकारियों के अनुसार महाराष्ट्र, ओडिशा, कर्नाटक और पंजाब जैसे राज्यों में ब्रिटेन से लौटे कुछ लोगों का पता नहीं लगाया जा सका है और इन लोगों का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

केंद्र ने 25 नवंबर से 23 दिसंबर की मध्य रात्रि तक भारत पहुंचे लगभग 33,000 यात्रियों और उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाकर उनकी आरटी-पीसीआर जांच कराए जाने तथा संक्रमित नमूनों को ‘जीनोम सीक्वेंसिंग’ के लिए भेजने का पिछले सप्ताह निर्देश दिया था.

नए स्ट्रेन का पता लगाने के लिए सरकार ने अब नौ से 22 दिसंबर तक भारत पहुंचे और कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए या लक्षणयुक्त पाए गए सभी यात्रियों के नमूने ‘जीनोम सीक्वेंसिंग’ के लिए भेजने का निर्देश दिया है.

विशेषज्ञों ने उल्लेख किया है कि अब तक यह नहीं पाया गया है कि नया स्ट्रेन बीमारी की गंभीरता को बढ़ा देता है, यद्यपि यह काफी अधिक संक्रामक है.

कोरोना वायरस के नए प्रकार के संक्रमण के कम से कम छह मामले सोमवार को सामने आए. राज्यों के अधिकारियों के अनुसार ब्रिटेन से लौटे लोगों में पश्चिम बंगाल में एक और उत्तर प्रदेश में दो मामले सामने आए हैं.

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र (एनसीडीसी) में जांच के दौरान कोरोना वायरस के नए प्रकार के आठ मामले पाए गए हैं.

आधिकरिक सूत्रों ने कहा कि इन आठ लोगों में से एक महिला दिल्ली से ट्रेन के जरिए आंध्र प्रदेश चली गई और सात अन्य राष्ट्रीय राजधानी स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में पृथक-वास में हैं.

मंत्रालय ने कहा कि कल्याणी (कोलकाता के पास) स्थित ‘नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स’ (एनआईबीएमजी) में एक मामला, पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में एक मामला, बेंगलुरू के राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान अस्पताल (निमहांस) में सात मामले, हैदराबाद के कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) में दो मामले तथा दिल्ली के जिनोमिकी और समवेत जीव विज्ञान संस्थान (आईजीआईबी) में वायरस के नए स्ट्रेन का एक मामला सामने आया है.

उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि मेरठ और गौतमबुद्ध नगर में दो मामले पाए गए हैं तथा उनके संपर्क में आए लोगों के नमूने भी लिए जा रहे हैं. पश्चिम बंगाल एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का बेटा दस दिन पहले लंदन से लौटने के बाद कोरोना वायरस के नए प्रकार से संक्रमित पाया गया है. इस युवक का कलकत्ता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी विभाग में इलाज चल रहा है.

उन्होंने कहा कि हवाईअड्डे पर इस युवक के संपर्क में आए छह और लोगों के नमूनों का जीनोम विश्लेषण किया जा रह है. अधिकारी ने कहा कि इस युवक को कोई गंभीर समस्या नहीं है और फिलहाल वह ठीक है.

वहीं, तमिलनाडु में ब्रिटेन से लौटे 20 लोग और उनके संपर्क में आए 20 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं जिनका पृथक वार्डों में इलाज चल रहा है.

सबसे पहले ब्रिटेन में मिला वायरस का नया स्वरूप डेनमार्क, हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में भी पाया गया है.

भारत सहित 40 से अधिक देशों ने ब्रिटेन से आने वाली और वहां जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है.

नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच विमान सेवाएं सात जनवरी तक स्थगित रहेंगी तथा इसके बाद ‘कड़े नियमों’ के तहत इनका संचालन किया जाएगा.

विमानन मंत्रालय ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि वायरस के ज्यादा संक्रामक नए स्वरूप (स्ट्रेन) के सामने आने की वजह से यूरोपीय देश और भारत के बीच विमानों की आवाजाही 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक स्थगित रहेगी.

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के भारत-ब्रिटेन के बीच विमान सेवाएं सात जनवरी तक स्थगित करने का सुझाव देने के बाद पुरी ने यह घोषणा की.

पुरी ने ट्वीट किया, ‘ ब्रिटेन से विमानों की आवाजाही को सात जनवरी 2021 तक स्थगित करने का फैसला किया गया है.’

उन्होंने कहा, ‘ इसके बाद कड़े विनियमित तरीके से इसका संचालन शुरू किया जाएगा, जिसकी घोषणा जल्द की जाएगी.’

ब्रिटेन में भारतीय छात्रों ने बुधवार को सरकार से आग्रह किया कि वह उड़ानों पर मौजूदा प्रतिबंधों के बीच असाधारण परिस्थितियों में आपातकालीन यात्रा विकल्पों पर विचार करे.

लंदन में भारतीय उच्चायोग ने कहा कि वह किसी भी आपातकालीन वीजा आवश्यकता के लिए तैयार है, लेकिन उड़ानों पर प्रतिबंध के दौरान किसी के लिए भी भारत की यात्रा करना एक चुनौती होगा.


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