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Friday, 29 March, 2024
होमदेशचाक चौबंद सुरक्षा के बीच J&K पहुंचे अमित शाह, आतंकी हमले में मारे गए इंस्पेक्टर की पत्नी को दी सरकारी नौकरी

चाक चौबंद सुरक्षा के बीच J&K पहुंचे अमित शाह, आतंकी हमले में मारे गए इंस्पेक्टर की पत्नी को दी सरकारी नौकरी

इस दौरे पर शाह का खास मकसद घाटी में पिछले दिनों में बढ़ी टारगेट किलिंग की घटनाओं को रोकना और आतंकवाद पर लगाम लगाने की रणनीति तैयार करना है.

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जम्मू: अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहली बार कश्मीर घाटी की यात्रा कर रहे हैं. वह सुबह ग्यारह बजे श्रीनगर हवाई अड्डे पर पहुंचे. उनकी यात्रा के मद्देनजर पूरी घाटी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

घाटी पहुंचते ही अमित शाह सबसे पहले पिछले दिनों घाटी में घात लगाकर मारे गए इंस्पेक्टर परवेज अहमद के परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे.

अपनी यात्रा के दौरान, शाह ने अहमद की पत्नी फातिमा अख्तर से मुलाकात की और उन्हें सरकारी नौकरी के लिए आधिकारिक कागजात भी दिए. इस दौरान जम्मू-कश्मीर एलजी मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और डीजीपी दिलबाग सिंह भी मौजूद थे.

मुलाकात के बाद शाह ने ट्वीट किया, ‘ जम्मू कश्मीर पुलिस के शहीद जवान परवेज अहमद दार के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.’

उन्होंने आगे लिखा, ‘ मुझे व पूरे देश को उनकी बहादुरी पर गर्व है. उनके परिजनों से भेंट की और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी दी. मोदी जी ने जो नए J&K की कल्पना की है, उसको साकार करने के लिए J&K पुलिस पूरी तन्मयता से प्रयासरत है.’

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22 जून की शाम को इंस्पेक्टर परवेज अहमद पर आतंकियों ने उस वक्त हमला किया था जब वे मस्जिद में नमाज अदा करने जा रहे थे.

इसके बाद शाह का बिंद्रू के घर भी जाने का कार्यक्रम है.

इस दौरे पर शाह का खास मकसद घाटी में पिछले दिनों से बढ़ रही टारगेट किलिंग की घटनाओं को रोकना और आतंकवाद पर लगाम लगाने की रणनीति तैयार करना है.

श्रीनगर में गृह मंत्री शारजाह के लिए सीधी विमान सेवा का शुभारंभ करेंगे.

सुरक्षा संबंधी बैठकों में भाग लेने के लिए गृह मंत्रालय के साथ ही विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों एनआईए, आईबी, सीआरपीएफ, बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी श्रीनगर पहुंच चुके हैं.

शाह के दौरे से पहले विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों ने केंद्र शासित प्रदेश की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक में हिस्सा लिया.

सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता 16 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल एम वी सुचींद्र कुमार ने की और इसमें पुलिस, अर्द्धसैनिक बल और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह भी बैठक में शामिल हुए.

इस बीच, बीएसएफ की पश्चिमी कमांड के अतिरिक्त महानिदेशक एन एस जामवाल ने भी शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा हालात का जायजा लिया.

सीमा सुरक्षा बल के जनसंपर्क अधिकारी डीआईजी एस पी एस संधू ने कहा कि जामवाल ने सांबा और कठुआ के संवेदनशील सीमा क्षेत्रों का दौरा किया और अभियान संबंधी तैयारियों का जायजा लिया.

बंद की सड़कें

अधिकारियों ने बताया कि इसी तरह से शेर ए कश्मीर इंटरनेशनल कंवेशन सेंटर जाने वाली सड़कों को शनिवार से तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. दरअसल, केंद्रीय मंत्री के वहां एक कार्यक्रम में शरीक होने की संभावना है.

अगस्त 2019 में पूर्वी राज्य जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया था.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घाटी में हाल में आम लोगों की हत्याएं होने के मद्देनजर अतिरिक्त अर्द्धसैनिक बल की 50 कंपनियां तैनात की गई है.

अधिकारियों ने बताया कि शहर के कई इलाकों में और घाटी के अन्य हिस्सों में अर्द्धसैनिक बलों से युक्त बंकर बनाये गये हैं.

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