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Friday, 29 March, 2024
होमदेशजेल में कैद PFI सदस्यों से मिलने पहुंची केरल की 3 महिलाएं 'फर्जी RTPCR रिपोर्ट' के आरोप में गिरफ्तार

जेल में कैद PFI सदस्यों से मिलने पहुंची केरल की 3 महिलाएं ‘फर्जी RTPCR रिपोर्ट’ के आरोप में गिरफ्तार

इन महिलाओं को, जो पीएफआई सदस्य असद बदरुद्दीन और फिरोज खान की रिश्तेदार हैं, लखनऊ में गिरफ्तार किया गया.

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लखनऊ: जेल में बंद अपने परिवार के सदस्यों से मिलने आई केरल की तीन महिलाओं को लखनऊ में फर्जी आरटी पीसीआर कोविड परीक्षण रिपोर्ट जमा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

गिरफ्तार की गई ये महिलाएं पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्यों असद बदरुद्दीन और फिरोज खान की रिश्तेदार हैं, जिन्हें इस साल फरवरी में हिंदू संगठनों के एक कार्यक्रम में विस्फोट की योजना बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. तब से वे दोनों लखनऊ जिला जेल में बंद हैं.

लखनऊ के गोसाईगंज थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार 26 सितंबर को चार महिलाओं नजीमा बदरुद्दीन, मुहसिना, कुनालीमा और सौजत के.सी. के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (इंडियन पीनल कोड – आईपीसी) की धारा 419 (धोखाधड़ी), 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी), 467 (महत्वपूर्ण सुरक्षा में जालसाजी) 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) और 461 (बेईमानी के लिए दोषी व्यक्ति) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

मुहसिना असद बदरुद्दीन की पत्नी हैं और नजीमा उसकी सास हैं. इसी तरह सौजत फिरोज की पत्नी है और कुन्हालीमा उसकी एक अन्य रिश्तेदार है.

इनमें से एक आरोपी मिल नहीं पा रहा : पुलिस

गोसाईगंज क्षेत्र की अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एडिशनल कमिश्नर ऑफ़ पुलिस – एसीपी) स्वाति चौधरी ने बताया कि इस मामले में चार आरोपियों को नामजद किया गया है, परन्तु केवल तीन महिलाओं को ही गिरफ्तार किया गया है और पुलिस अभी भी चौथे आरोपी की तलाश कर रही है.

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उन्होंने कहा, ‘यह प्राथमिकी जेलर अजय कुमार की शिकायत पर दर्ज की गई जब उन्होंने (आरोपियों ने) उन्हें फर्जी कोविड परीक्षण रिपोर्ट दिखाई. इसलिए, हमने जांच के बाद उनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया.’

दिप्रिंट को मिली प्राथमिकी की कॉपी के अनुसार, ये चारों आरोपी बदरुद्दीन और फिरोज से मिलने की अनुमति प्राप्त करने के लिए लखनऊ जिला जेल पहुंचे. यहां चारों ने अपने पहचान पत्र और आरटी पीसीआर रिपोर्ट जमा की जो कथित तौर पर गाजियाबाद की एक प्रयोगशाला के नाम से थी.

प्राथमिकी में कहा गया है कि इसके बाद जेल अधिकारियों ने इन चारों आरटी पीसीआर रिपोर्टों को सत्यापित करने के लिए गाजियाबाद की इस प्रयोगशाला से संपर्क किया जिसने उन्हें अस्वीकृत कर दिया, जिसके बाद यह मामला दर्ज किया गया.

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मुहसिना और उसकी सास नज़ीमा ने मुहसिना के दो साल के बच्चे दानवा मरियम को यह सोचते हुए घर पर ही छोड़ दिया था कि यात्रा जल्द समाप्त हो जाएगी. फिलहाल बच्ची अपने माता-पिता के बिना केरल में रह रही है.

ख़बरों के मुताबिक, फिरोज खान की पत्नी सौजत अपने चार बच्चों के साथ लखनऊ आई थीं.

लखनऊ पुलिस का दावा है कि उन्होंने इन सभी बच्चों को उनके वकील के.सी. नसीर, जो इन परिवारों के साथ आये थे, के साथ वापस भेज दिया है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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