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Saturday, 20 April, 2024
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लश्कर के लिये आतंकियों की ‘भर्ती’ करने वाले को एटीएस ने पुणे से किया गिरफ्तार

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मुंबई/पुणे, 24 मई (भाषा) महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने मंगलवार को पुणे के 28 वर्षीय एक व्यक्ति को प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए विभिन्न राज्यों से आतंकवादियों की भर्ती में कथित भूमिका के सिलसिले में गिरफ्तार किया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

पुणे के दापोडी इलाके से पकड़े गए आरोपी की पहचान जुनैद मोहम्मद अता मोहम्मद के रूप में हुई है। उसको शहर की एक अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे तीन जून तक एटीएस की हिरासत में भेज दिया।

अधिकारी ने कहा कि संदिग्ध पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के सक्रिय सदस्यों के सोशल मीडिया मंचों के जरिए संपर्क में था।

उन्होंने बताया कि मूल रूप से विदर्भ क्षेत्र के बुलढाणा जिले के खामगांव का रहने वाला जुनैद मोहम्मद हालांकि पिछले कुछ वर्षों से पश्चिमी महाराष्ट्र के पुणे में काम कर रहा था। उन्होंने आरोपी के पेशे का खुलासा नहीं किया।

उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा के सदस्यों के साथ उसके कथित संबंध सामने आने के बाद एटीएस पुणे इकाई ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

अधिकारी ने कहा कि जुनैद मोहम्मद को विभिन्न राज्यों से लश्कर-ए-तैयबा के लिए नए सदस्यों की भर्ती का काम सौंपा गया था। उन्होंने कहा कि अपनी जिम्मेदारी के तहत उसने देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए उन्हें प्रशिक्षित करने के वास्ते नए लोगों को जम्मू-कश्मीर ले जाने की कोशिश की।

उन्होंने कहा कि दिए गए काम को पूरा करने के बदले उसे अपने संचालकों से धन प्राप्त होता।

अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला कि संदिग्ध आतंकी को जम्मू-कश्मीर के एक बैंक खाते से 10,000 रुपये मिले थे।

जुनैद मोहम्मद ने एटीएस को बताया कि उसने अपने आकाओं के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए कम से कम 10 सिम कार्ड का इस्तेमाल किया था और हर बातचीत के बाद वह सिम कार्ड को नष्ट कर देता था।

एटीएस ने एक बयान में कहा, “आरोपी जुनैद लश्कर-ए-तैयबा के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के लिए सदस्यों की भर्ती में लगा हुआ था। उसे चुनिंदा युवाओं को गुमराह करने, ब्रेनवॉश करने और राष्ट्र विरोधी भावनाएं पैदा करने और उन्हें लश्कर के सदस्य के रूप में भर्ती करने का काम सौंपा गया था।”

इसमें कहा गया, “उसने पांच सिम कार्ड का इस्तेमाल पांच फेसबुक अकाउंट बनाने के लिये किया जिससे वह राष्ट्र विरोधी पोस्ट साझा करता था। वह लश्कर में शामिल होने के लिए कट्टरपंथी युवाओं से संपर्क करेगा, जिससे सांप्रदायिक दुश्मनी को बढ़ावा मिलेगा और देश के खिलाफ युद्ध छेड़ा जाएगा।”

भाषा

प्रशांत उमा

उमा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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