नयी दिल्ली, 22 अप्रैल (भाषा) क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) ने शुक्रवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज के सामने प्रदर्शन किया और प्रवेश के लिए साक्षात्कार के प्रावधान को तत्काल खत्म करने की मांग की।
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने सेंट स्टीफन कॉलेज से कहा है कि वह सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के अंक के आधार पर प्रवेश दे और साक्षात्कार केवल 85:15 के अनुपात में ‘‘ आरक्षित’’ सीटों के लिए ही ले जबकि कॉलेज का कहना है कि वह सभी विद्यार्थियों का साक्षात्कार लेना जारी रखेगा।
कॉलेज में 50 प्रतिशत सीटें ईसाई विद्यार्थियों के लिए आरक्षित हैं।
केवाईएस के सदस्यों ने कॉलेज के प्रधानाचार्य द्वारा मिलने से कथित तौर पर इंकार किए जाने के बाद उनका पुतला जलाया।
केवाईएस ने यहां जारी बयान में आरोप लगाया, ‘‘यह केवल कुलीनवादी परंपरा है। साक्षात्कार लेने की वजह केवल सबसे कुलीन विद्यार्थियों को कॉलेज में प्रवेश के लिए चुनना है। यह अर्हता लगातार वंचित पृष्ठभूमि के विद्यार्थियों को कॉलेज में प्रवेश लेने से रोकने के लिए है ताकि विशेषाधिकार प्राप्त परिवारों को प्रवेश देकर कुलीनता को कायम रखा जा सके।’’
छात्र संगठन ने सेंट स्टीफन कॉलेज में सांध्यकालीन कक्षाएं भी चलाने की मांग की।
भाषा धीरज अविनाश
अविनाश
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