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Wednesday, 17 April, 2024
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जी नहीं, प्रधानमंत्री ने सैनिकों के लिए नहीं शुरू की फ्लाइट की व्यवस्था

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर देश की तरक्की की झूठी खबरें छापने के सिलसिले में सेना के नाम पर एक और खबर ने जन्म ले लिया है.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर देश की तरक्की की झूठी खबरें छापने के सिलसिले में एक और खबर ने जन्म ले लिया है. इस बार हिंदुस्तानी नाम के एक फेसबुक पेज ने दावा किया है कि रेल में सफर कर रहे सेना के जवानों के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने विमान की व्यवस्था की है जो कांग्रेस के 60 वर्षों के कार्यकाल में नहीं थी.

दरअसल यह फोटो 2016 में केरल में हुए चुनावों पर तैनात भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के जवानों की है, जिनको उस समय हवाई जहाज़ से केरल पहुंचाया गया था.

बीते एक नवंबर को गौरव हिंदुस्तानी नाम के एक यूज़र ने फेसबुक पर पब्लिक ग्रुप ‘हिंदुस्तानी’ में एक पोस्ट डाली. इसमें प्रधानमंत्री मोदी के कार्यों की सूची गिनाई गई थी. पोस्ट में कई फोटो साझा की गई जिसे 20,000 से भी ज़्यादा यूज़र्स शेयर भी किया. इन्हीं फोटो में से एक फोटो थी एयर इंडिया में बैठे जवानों की, जिसे एक भ्रामक शीर्षक दिया गया.

इस फोटो के अनुसार, ‘पिछले 60 वर्षों में सेना के जवान ट्रेन के जनरल बोगी के टॉयलेट के साथ में बैठ कर सफर किया करते थे. सोशल मीडिया पर लोगों ने प्रधानमंत्री और पूर्व रेलमंत्री सुरेश प्रभु को इस बात की जानकारी दी जिसके बाद मोदी ने सेना के लिए फ्लाइट का बंदोबस्त कर दिया.’

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इस फोटो पर 5000 से भी ज़्यादा लोगों ने रियेक्ट किया और 513 लोगों ने इसे शेयर भी किया.

फोटो तो सही है, पर सैनिकों के लिए ऐसी व्यवस्था ‘एक ही बार देखने को मिली’ और ऐसी कोई स्थायी नीति नहीं बनाई गई. 2016 में केरल विधानसभा चुनाव के लिए पहली बार आईटीबीपी के जवानों को पहली बार एयरलिफ्ट तो दी गयी थी, लेकिन ऐसा दोबारा नहीं हुआ, एस एम होक्स्लेयर ने आईटीबीपी से बात करके इस बात की पुष्टि की.

आईटीबीपी अधिकारी ने बताया कि बल को 1980 से ही देश में चुनावों के समय ड्यूटी पर तैनात किया जाता है, और हर बार सैनिकों की यात्रा का बंदोबस्त, भारत निर्वाचन आयोग गृह मंत्रालय के साथ सलाह-मशवरा करके करवाता है.

अधिकारी ने यह भी बताया कि चुनावी ड्यूटी पर तैनात बल की टुकड़ियों को फ्लाइट में भेजने का मौका बहुत ही काम देखने को मिलता है और साथ ही साथ यह भी कहा कि केरल चुनाव के बाद ऐसी एयरलिफ्ट जवानों को दोबारा नहीं मिली.

एस एम होक्सस्लेयर के सहयोग के साथ

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