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Friday, 29 March, 2024
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महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच छत्तीसगढ़ आने वाले लोगों के लिए कोविड टेस्ट और ट्रेसिंग जरूरी

पिछले दो-ढाई महीनों से कोविड-19 मरीजों की घटती संख्या को देखते हुए राज्य में बाहर से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच और ट्रेसिंग का काम तकरीबन रोक दिया गया थी.

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रायपुर: देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में दूसरे प्रदेशों खासकर महाराष्ट्र और दिल्ली से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड टेस्टिंग, स्क्रीनिंग और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग एक बार फिर अनिवार्य कर दिया है.

राज्य सरकार ने मंगलवार को इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग सहित सभी कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों को आवश्यक निर्देश भी जारी कर दिया है.

राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, ‘देश में कोरोना संक्रमण प्रभावित व्यक्तियों की संभावित वृद्धि को देखते हुए अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ आ रहे यात्रियों की कोविड स्क्रीनिंग और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की पूरी व्यवस्था बनाई जाए. इसके साथ ही रायपुर और जगदलपुर (बस्तर) एयरपोर्ट में बाहर से विशेषकर मुबंई और दिल्ली से आने वाले यात्रियों की निर्धारित एसओपी के अनुसार कोविड, टेस्ट, स्क्रीनिंग और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग संबंधी निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाए.’

आदेश में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और दिल्ली से सड़क या रेल मार्ग द्वारा आने वाले यात्रियों की भी सबंधित रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और अन्य अन्तर्राज्यीय एंट्री प्वाइंट पर कोविड स्क्रीनिंग, टेस्टिंग और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जाएगी.

राज्य के सभी कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों को इन निर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए उससे संबंधित कार्रवाईयों के लिए भी व्यवस्था बनाने के लिए कहा गया है.

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बता दें कि बीते दो-ढाई महीनों से कोविड-19 मरीजों की घटती संख्या को देखते हुए राज्य में बाहर से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच और ट्रेसिंग का काम तकरीबन रोक दिया गया था. इस आदेश के साथ प्रदेश सरकार एक बार फिर अलर्ट मोड पर आ गई है.


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कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग फिर से शुरू होगी

दिप्रिंट से बात करते हुए कोरोना कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के प्रवक्ता और कोविड-19 डेटा इंचार्ज डॉक्टर सुभाष पांडेय ने बताया की राज्य में दोबारा अलर्ट रहने की नौबत पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के सीमावर्ती विदर्भ क्षेत्र के जिलों में बढ़ रहे मरीजों की संख्या को देखते हुए आई है.

डॉक्टर पांडेय ने बताया, ‘पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के यवतमाल, अमरावती, अकोला सहित कई अन्य जिलों में कोविड-19 म्यूटेंट वैरायटी के वायरस संक्रमण के केस तेजी से बढ़ रहें हैं. इन स्थानों से छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही रोज़ाना होती है.’

उन्होंने कहा, ‘स्थिति को देखते हुए सभी रेलवे स्टेशन, सड़क मार्ग और अन्य एंट्री प्वाइंट्स में स्क्रीनिंग जल्द शुरू कर दी जाएगी. अभी इन स्थानों में पहले से चल रही स्क्रीनिंग की कार्यवाही पूरी तरह से नहीं रोकी गई थी लेकिन संक्रमण के गिरते ट्रेंड को देखते हुए काफी शिथिलता बरती जा रही थी.’

‘टेस्टिंग का काम तकरीबन रोक दिया गया था लेकिन बदली हुई परिस्थिति में सभी स्थानों में टेस्टिंग को फिर बहाल किया जा रहा है.’

डॉक्टर पांडेय के अनुसार राज्य में बाहर से हाल में आने वाले लोगों की भी ट्रेसिंग स्थानीय स्वास्थ्यकर्मियों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से की जाएगी.

आदेश में लोगों से कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए पूर्व में जारी गाइडलाइन का पालन सख्ती से करने की अपील की गई है. आदेश में मास्क पहनने, सोशल और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने और थोड़ी-थोड़ी देर में हाथ धोते रहने के नियमों का कड़ाई से पालन करने को भी दोहराया गया है.

छत्तीसगढ़ में अब तक 3.11 लाख से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस मिल चुके हैं जिसमें से करीब 3,086 कोविड मरीजों की मृत्यु हो चुकी है. करीब 3.04 लाख मरीज ठीक हो चुके है वहीं 2,998 केस अभी एक्टिव हैं.


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