धर्मशाला/शिमला, एक दिसंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश सरकार चंबा जिले में आयोजित होने वाली मणिमहेश यात्रा के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करेगी। राज्य के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने सोमवार को विधानसभा में यह जानकारी दी।
नेगी ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यात्रा के दौरान लंगर लगाने वाली सामाजिक संस्थाओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
मंत्री ने विधायक नीरज नैय्यर के एक सवाल के जवाब में कहा कि चाहे ये संगठन हिमाचल प्रदेश में हों या बाहर, सरकार तीर्थयात्रियों के लिए मुफ्त लंगर सुविधाएं प्रदान करने को लेकर प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि अब तक तीर्थयात्रा मार्ग पर लंगर लगाने के लिए 25,000 रुपये का शुल्क लिया जाता था।
नेगी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि क्षेत्र में आई मानसूनी आपदाओं के दौरान कई अफवाहें फैलाई गईं।
उन्होंने कहा, ‘‘अफवाह फैलाने वालों पर सरकार ने इस बार ज्यादा सख्ती नहीं दिखाई है, लेकिन अगली बार कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।’’
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