मुंबई, 28 नवंबर (भाषा) अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को डॉलर के मजबूत होने तथा अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के कारण अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया नौ पैसे टूटकर 89.45 पर बंद हुआ।
विदेशीमुद्रा कारोबारियों ने कहा कि शेयर बाजार में सुस्त कारोबारी धारणा और विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी से भी रुपये पर दबाव पड़ा।
इसके अलावा, देश का जीडीपी आंकड़ा जारी होने से पहले बाजार प्रतिभागी बाजार से दूर रहे। जीडीपी आंकड़ा बाजार के बंद होने के बाद जारी किया गया।
अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया 89.41 पर खुला और डॉलर के मुकाबले कारोबार के दौरान निचले स्तर 89.50 को छुआ। अंत में यह डॉलर के मुकाबले 89.45 पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से नौ पैसे की गिरावट है।
बृहस्पतिवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 14 पैसे गिरकर 89.36 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक, अनुज चौधरी ने कहा कि डॉलर सूचकांक में सुधार तथा कमजोर घरेलू बाजारों के बीच भारतीय रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार कर रहा है। विदेशी संस्थागत निवेशकों के बाहर जाने और कच्चे तेल की कीमतों में रातों-रात हुई बढ़त ने भी रुपये पर दबाव डाला।
चौधरी ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि दिसंबर में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की बढ़ती संभावना और भू-राजनीतिक तनाव कम होने से रुपया थोड़ा सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा।’’
इस बीच, विश्व की छह प्रमुख प्रतिस्पर्धी मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को मापने वाला, डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत बढ़कर 99.59 पर रहा।
विश्लेषकों ने डॉलर में मजबूती का कारण आयातकों और बैंकों की मासांत की बढ़ती डॉलर मांग को बताया।
वैश्विक कच्चातेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.33 प्रतिशत बढ़कर 63.13 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
घरेलू शेयर बाजार में, सेंसेक्स 13.71 अंक की मामूली गिरावट के साथ 85,706.67 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 12.60 अंक फिसलकर 26,202.95 रह गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को शुद्ध आधार पर 3,795.72 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश रमण
रमण
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
