तिरुवनंतपुरम, 12 नवंबर (भाषा) केरल विश्वविद्यालय के सीनेट परिसर में उस समय तनाव व्याप्त हो गया जब ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं ने कुलपति मोहनन कुन्नुम्मल के खिलाफ प्रदर्शन किया और उन पर संघ परिवार के एजेंडे को लागू करने की कोशिश का आरोप लगाया।
एसएफआई कार्यकर्ताओं ने अंतरिम कुलपति के स्थान पर स्थायी कुलपति की नियुक्ति की मांग करते हुए विश्वविद्यालय में विरोध मार्च भी निकाला।
वामपंथी कार्यकर्ताओं ने संस्कृत विभाग के डीन के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने एक शोध छात्र के खिलाफ कथित तौर पर जातिवादी टिप्पणी की थी।
पुलिस द्वारा परिसर के मुख्य द्वार को बैरिकेड लगाकर अवरुद्ध करने के बावजूद, प्रदर्शनकारी दीवार फांदकर परिसर में घुस गए।
कानून प्रवर्तकों ने एसएफआई कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए कई बार पानी की बौछारों का भी इस्तेमाल किया।
जब कुलपति एक बैठक के बाद बाहर निकले तो बड़ी संख्या में एसएफआई कार्यकर्ताओं ने उनकी कार रोक ली और उनके खिलाफ नारे लगाए। पुलिस ने अपनी सुरक्षा में किसी तरह उनकी गाड़ी निकलवाई।
बाद में, एसएफआई के जिला नेताओं ने संवाददाताओं को बताया कि उनका विरोध प्रदर्शन कुन्नुम्मल के खिलाफ संगठन द्वारा आयोजित किए जा रहे आंदोलन की श्रृंखला का हिस्सा था। उनके अनुसार, कुलपति कथित तौर पर संघ परिवार के एजेंडे को लागू करने की कोशिश कर रहे हैं।
भाषा नोमान देवेंद्र
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