नयी दिल्ली, 10 नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर आईएसआईएस में कथित रूप से लोगों की भर्ती करने वालों और अन्य कैदियों को राज्य की जेलों में वीवीआईपी सुविधाएं मुहैया कराने का आरोप लगाया तथा मुख्यमंत्री सिद्धरमैया एवं गृह मंत्री जी परमेश्वर के तत्काल इस्तीफे की मांग की।
दरअसल सोशल मीडिया पर बिना तारीख वाले कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिनमें कथित तौर पर जेल में कैदी मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते, टेलीविजन देखते और यहां तक कि जेल के अंदर पार्टी करते हुए दिख रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने यहां पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता में एक वीडियो फुटेज दिखाया जिसमें कथित आईएसआईएस भर्तीकर्ता जुहाद हमीद शकील मन्ना जेल के अंदर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए दिखाई दे रहा है।
उन्होंने कांग्रेस पर उसे संरक्षण देने का आरोप लगाया।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘हम आतंकवादियों को पकड़ते हैं और जब उन्हें जेल भेज दिया जाता है, तो कांग्रेस उन्हें वीवीआईपी सुविधाएं मुहैया कराती है ताकि वे अपनी आतंकी योजनाओं को खुलेआम अंजाम दे सकें तथा और लोगों की भर्ती कर सकें।’’
पूनवाला ने कहा कि राजग सरकार और कांग्रेस शासन में यही अंतर है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘एक तरफ देश की सुरक्षा एजेंसियां और सरकार आतंकवादियों की नापाक साजिश को नाकाम करने एवं उन्हें गिरफ्तार करने में गंभीरता से लगी हुई हैं, वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक की जेल में आतंकवादियों को बिरयानी, मोबाइल फोन और वीवीआईपी सेवा मुहैया कराई जा रही हैं।’’
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से आतंकवाद के प्रति ‘नरम रुख’ रखती रही है।
उन्होंने कांग्रेस पर जेल में बंद आतंकवादियों और अन्य कैदियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया तथा मांग की कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया एवं राज्य के गृह मंत्री परमेश्वर तुरंत इस्तीफा दें ताकि मामले की स्वतंत्र जांच हो सके।
पूनावाला ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व और राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आप बिहार में जंगल राज वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि आप कर्नाटक में पहले ही ‘जंगल राज’ स्थापित कर चुके हैं।’’
भाजपा प्रवक्ता ने गांधी से पूछा, ‘‘क्या आप कर्नाटक के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री परमेश्वर की जवाबदेही तय करेंगे तथा उनका इस्तीफा मांगेंगे?’’
कर्नाटक के गृह मंत्री ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार ने जेलों में अवैध गतिविधियों की रिपोर्ट को गंभीरता से लिया है और चेतावनी दी है कि ऐसी चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हाल में मीडिया ने कुछ वीडियो प्रसारित किये हैं जिनमें दिख रहा है कि कथित तौर पर बेंगलुरु केंद्रीय कारागार में कैदी अपनी बैरकों के अंदर गांजा, शराब, मोबाइल फोन और टेलीविजन जैसी प्रतिबंधित वस्तुओं का लाभ उठा रहे हैं। इस खबर के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया।
भााषा राजकुमार वैभव
वैभव
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