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Friday, 31 October, 2025
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गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में शनिवार से शुरू होगा प्रथम पुस्तक महोत्सव, नौ नवंबर तक चलेगा

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गोरखपुर, (उप्र), 31 अक्टूबर (भाषा) गोरखपुर पुस्तक महोत्सव के रूप में साहित्यिक महाकुंभ का आयोजन यहां दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में होने जा रहा है जिसका उद्घाटन एक नवंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में ‘प्रथम गोरखपुर पुस्तक महोत्सव’ का आयोजन कर रहा है। यह आयोजन नगर की गहरी आध्यात्मिक, कलात्मक और साहित्यिक विरासत का एक भव्य उत्सव होगा।

नौ नवंबर तक चलने वाले पुस्तक महोत्सव में आमजन प्रतिदिन पूर्वाह्न 11 बजे से रात आठ बजे तक शामिल हो सकेंगे। इसमें सभी के लिए प्रवेश नि:शुल्क होगा।

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के निदेशक युवराज मलिक के अनुसार इस महोत्सव में 100 से अधिक प्रकाशकों के के स्टॉल लगेंगे, जहां हिंदी, अंग्रेजी और अन्य भारतीय भाषाओं की हजारों पुस्तकें प्रदर्शित की जाएंगी। साथ ही, बाल मंडप और साहित्यिक मंच पर नामचीन लेखकों-वक्ताओं के साथ संवाद, कार्यशालाएं और चर्चाएं भी आयोजित होंगी।

बाल मंडप में बच्चों के लिए आकर्षक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसमें कहानी सत्र, कठपुतली शो, ‘आर्ट एंड क्राफ्ट वर्कशॉप’, चित्रांकन और ‘डूडलिंग’ प्रतियोगिताएं, ओरिगेमी और ‘क्ले आर्ट’, सुलेख और रंगमंच कार्यशालाएं तथा ‘म्यूजिकल स्टोरीज सेशन’ शामिल होंगे।

साहित्यिक मंच पर गोरखपुर और उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों से जुड़ी अनेक जानी-मानी साहित्यिक हस्तियों को सुनने का अवसर मिलेगा। उनमें अवध संस्कार : लोकाचार और लोकगीत की लेखिका डॉ. मनोरमा मिश्रा, साहित्यकार डॉ. रामदेव शुक्ल, प्रसिद्ध कवि-आलोचक व्यमोश शुक्ल (प्रधानमंत्री, नागरी प्रचारिणी सभा), वरिष्ठ लेखिका एवं अनुवादक आशा प्रभात, युवा लेखिका डॉ. निधि अग्रवाल, पत्रकार-उपन्यासकार उमा, वरिष्ठ कवि अष्टभुजा शुक्ल, पूर्व पुलिस अधिकारी एवं विविध पुस्तकों की लेखिका डॉ. सत्या सिंह, अरविंद त्रिपाठी, अमित कुमार, कवयित्री सुनीता अबाबील तथा गोरखपुर के प्रतिष्ठित लेखक सुभाष यादव आदि शामिल हैं।

सांस्कृतिक संध्याओं में भारत की समृद्ध कलात्मक विरासत को दर्शाने वाले कार्यक्रम होंगे, जिनमें बिरजू महाराज कथक संस्थान (लखनऊ) के कलाकारों द्वारा शास्त्रीय नृत्य एवं गायन, कव्वाली प्रस्तुति तथा ‘फोक क्वीन ऑफ इंडिया’ मालिनी अवस्थी की एक विशेष प्रस्तुति शामिल है। इनके अलावा राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) का नाटक, सूफी एवं बॉलीवुड ‘फ्यूजन म्यूजिक’, कवि सम्मेलन, और ‘द युवाम प्रोजेक्ट’ के साथ एक विशेष ‘म्यूजिकल ईवनिंग’ आयोजित की जाएगी।

यहां लोग ‘राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय (नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया)’ का अनुभव भी ले सकेंगे, जहां 3,000 से अधिक ई-पुस्तकों तक नि:शुल्क पहुंचा जा सकता है। यह पारंपरिक पढ़ने की आदत का डिजिटल ज्ञान की दुनिया के साथ सुंदर समन्वय होगा।

भाषा जफर राजकुमार

राजकुमार

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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