कोलकाता, 19 जुलाई (भाषा) पटना के एक अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या किए जाने के मामले में कोलकाता के पास ‘न्यू टाउन’ से कम से कम पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि आनंदपुर इलाके से पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि गेस्ट हाउस में मिले लोगों में से एक संदिग्ध के पैर में चोटें आईं हैं और उसे एम्बुलेंस में ले जाया गया।
इससे पहले दिन में, अधिकारी ने बताया कि मामले में गिरफ्तार पांचों लोगों को बिहार पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा शनिवार तड़के संयुक्त रूप से की गई छापेमारी के बाद कोलकाता के उपनगरीय इलाके के एक आवासीय परिसर से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने दावा किया कि गिरफ्तार संदिग्ध मिश्रा की हत्या करने वाले पांच प्रमुख आरोपियों को मदद मुहैया करा रहे थे।
उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, प्रमुख संदिग्ध एक सफेद वाहन में शहर से भाग गए। उन्होंने बताया कि उक्त वाहन को बसंती राजमार्ग से गुजरते हुए देखा गया।
अधिकारी ने बताया कि बाद में वाहन को तीन पुलिस थाना क्षेत्रों आनंदपुर, कोलकाता लेदर कॉम्प्लेक्स और भांगर से गुजरते हुए देखा गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है, जो न्यू टाउन इलाके में स्थित आवासीय परिसर में दो अलग-अलग फ्लैट में रह रहे थे। अधिकारी ने बताया कि उनके मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज जब्त कर लिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि शनिवार सुबह करीब 5.38 बजे की गई छापेमारी के दौरान एक व्यक्ति को आवासीय परिसर के बाहर से गिरफ्तार किया गया और उससे पूछताछ के बाद दो फ्लैट के अंदर से चार अन्य लोगों को पकड़ा गया।
अधिकारी ने कहा, ‘‘कथित तौर पर इन लोगों ने अपराधियों को छिपने और उन्हें लाने-ले जाने में मदद की। हम मामले की जांच के सिलसिले में उनके द्वारा की गई फोन कॉल और व्हाट्सऐप मैसेंजर चैट की जांच कर रहे हैं।’’
पटना के एक निजी अस्पताल में बृहस्पतिवार सुबह बंदूकधारियों ने चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बिहार के बक्सर जिले का निवासी मिश्रा पैरोल पर जेल से बाहर था।
अधिकारी ने कहा, ‘‘उनके मोबाइल फोन के नेटवर्क टावर लोकेशन से उनका पता लगाने में मदद मिली। बिहार पुलिस उन्हें एक स्थानीय अदालत में पेश कर ‘ट्रांजिट रिमांड’ का आग्रह करेगी।’’
घटना की कथित सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर सामने आई जिसमें पांच हथियारबंद लोग अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में घुसते और मिश्रा पर गोलियां चलाते नजर आए।
पुलिस के अनुसार, मिश्रा बेउर जेल में बंद था और पैरोल पर इलाज के लिए अस्पताल गया था। वह हत्या के 12 मामलों समेत 24 आपराधिक मामलों में शामिल था।
पुलिस अधीक्षक पटना (मध्य) दीक्षा ने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था कि इस बात की जांच की जाएगी कि बिना किसी सुरक्षा जांच के अपराधी उस कमरे तक कैसे पहुंचे जहां मिश्रा भर्ती था।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठते हैं। बिना मास्क पहने पांच हथियारबंद हमलावर दूसरी मंजिल पर पहुंचे, मिश्रा पर गोलियां चलाईं और परिसर से भाग गए। जांचकर्ता सुरक्षा में चूक की जांच कर रहे हैं।’’
भाषा शफीक देवेंद्र
देवेंद्र
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