नयी दिल्ली, 18 जुलाई (भाषा) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने शुक्रवार को स्विट्जरलैंड स्थित खेल पंचाट (सीएएस) के निर्देशों पर इंटर काशी को आई-लीग चैंपियन घोषित कर दिया है।
यह फैसला राष्ट्रीय संस्था द्वारा चर्चिल ब्रदर्स को देश की दूसरे स्तर की क्लब प्रतियोगिता का विजेता घोषित किए जाने के तीन महीने बाद आया है।
एआईएफएफ ने 19 अप्रैल को चर्चिल ब्रदर्स को आई-लीग चैंपियन घोषित किया था। राष्ट्रीय महासंघ की अपीलीय समिति ने ‘अयोग्य खिलाड़ी’ को मैदान में उतारने से संबंधित एक मामले में इंटर काशी के खिलाफ फैसला सुनाया था।
इंटर काशी ने हालांकि इस फैसले के खिलाफ खेल पंचाट का दरवाजा खटखटाया था। पंचाट का फैसला शुक्रवार को इंटर काशी के पक्ष में आया जिसके बाद राष्ट्रीय महासंघ के पास वाराणसी स्थित इस क्लब को 2024-25 सत्र का आई-लीग चैंपियन घोषित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।
प्रशासनिक और वित्तीय कुप्रबंधन के आरोप के बीच पंचाट के इस फैसले ने एआईएफएफ की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है। दूसरी ओर राष्ट्रीय पुरुष टीम का प्रदर्शन हाल के दिनों में लगातार गिर रहा है।
एआईएफएफ ने यहां जारी बयान में कहा, ‘‘ पंचाट ने फैसला सुनाया है कि एआईएफएफ इंटर काशी एफसी को आई-लीग 2024-25 का विजेता घोषित करेगा। इसके परिणामस्वरूप इंटर काशी एफसी को आई-लीग 2024-25 का विजेता घोषित कर दिया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एआईएफएफ अनुशासन समिति के समक्ष कई आई-लीग क्लबों द्वारा शुरू की गई पहली असफल प्रक्रिया के बाद एआईएफएफ अपील समिति ने 31 मई 2025 को निर्णय लिया कि इंटर काशी के एक विदेशी खिलाड़ी (मार्को बार्को) का पंजीकरण अमान्य है और उसके द्वारा खेले गए सभी मैच क्लब द्वारा रद्द कर दिए जाने चाहिए। इसके परिणामस्वरूप आई-लीग अंक तालिका में समायोजन हुआ और चर्चिल ब्रदर्स शीर्ष पर आ गया। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इंटर काशी एफसी ने 23 जून 2025 को एक अपील दायर की और एआईएफएफ अपील समिति के फैसले को रद्द करने की मांग की। पंचाट की समिति ने 15 जुलाई 2025 को हुई सुनवाई में एआईएफएफ द्वारा 31 मई 2025 को जारी किये गये फैसले को रद्द करते हुए निर्देश दिया कि एआईएफएफ आई-लीग 2024-25 सत्र की अंक तालिका में बदलाव करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ पंचाट के फैसले के अनुसार इंटर काशी 42 अंकों के साथ सत्र का समापन करेगा, चर्चिल ब्रदर्स एफसी गोवा 40 अंकों के साथ जबकि रीयाल कश्मीर एफसी 37 अंकों के साथ और नामधारी एफसी 29 अंकों के साथ।’’
इंटर काशी की पहली अपील के संबंध में एआईएफएफ ने कहा, ‘‘ पंचाट ने 17 जून 2025 को एआईएफएफ अपील समिति के एक फैसले को पहले ही पलट दिया था, जिसमें नामधारी एफसी पर एक अयोग्य खिलाड़ी को मैदान में उतारने के लिए लगाई गई सजा को हटा दिया गया था।’’
एआईएफएफ के मुताबिक, ‘‘ पंचाट ने इंटर काशी एफसी की अपील को बरकरार रखा और एआईएफएफ अनुशासन समिति के 13 जनवरी 2025 को होने वाले नामधारी एफसी बनाम इंटर काशी एफसी मैच को नामधारी एफसी (0-3) द्वारा रद्द घोषित करने के प्रारंभिक फैसले की पुष्टि की।’’
एआईएफएफ ने इससे पहले 27 अप्रैल को चर्चिल ब्रदर्स को गोवा में आयोजित समारोह में विजेता ट्रॉफी सौंपा था। इस कार्यक्रम का आयोजन हालांकि पंचाट द्वारा राष्ट्रीय महासंघ को ऐसा करने से रोके जाने के कुछ ही घंटों बाद हुआ था।
एआईएफएफ ने तब दावा किया था कि उसे पंचाट के आदेश के बारे में समारोह समाप्त होने के बाद ही पता चला क्योंकि उस दिन रविवार था और एआईएफएफ सचिवालय बंद था।
एआईएफएफ ने बाद में कहा था कि वह चर्चिल से ट्रॉफी वापस करने को कहेगा।
भाषा आनन्द नमिता
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