मुंबई, 18 जुलाई (भाषा) तिमाही नतीजों की घोषणा की सुस्त शुरुआत के बीच विदेशी पूंजी की निकासी और बैंकों के शेयरों में बिकवाली होने से शुक्रवार को शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 501 अंक टूट गया जबकि निफ्टी 25,000 के स्तर से नीचे आ गया।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 501.51 अंक यानी 0.61 प्रतिशत गिरकर 81,757.73 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 651.11 अंक गिरकर 81,608.13 अंक के निचले स्तर तक आ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला मानक सूचकांक निफ्टी भी 143.05 अंक यानी 0.57 प्रतिशत गिरकर एक महीने के निचले स्तर 24,968.40 अंक पर बंद हुआ।
विश्लेषकों ने कहा कि एक्सिस बैंक के तिमाही नतीजे बाजार की उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहने से निवेशकों ने बैंक शेयरों को लेकर सतर्क रुख अपना लिया है।
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से एक्सिस बैंक के शेयर में सबसे अधिक 5.24 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। जून तिमाही में बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ तीन प्रतिशत घटकर 6,243.72 करोड़ रुपये रहा।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख देवर्ष वकील ने कहा कि एक्सिस बैंक के नवीनतम वित्तीय परिणाम बाजार की उम्मीदों से कम रहे।
इसके अलावा एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुए।
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, टाइटन और इटर्नल के शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुए।
हालांकि, बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, एचसीएल टेक और इन्फोसिस के शेयर लाभ में रहे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 3,694.31 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘वित्त एवं सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्रों के शुरुआती नतीजे निराशाजनक रहने से व्यापक स्तर पर बिकवाली देखने को मिली। प्रमुख कंपनियों के ऊंचे मूल्यांकन के साथ एफआईआई की शॉर्ट पोजीशन लेने से निवेशकों के मन में सतर्कता की धारणा बनी है।’
नायर ने कहा कि रूस के साथ भारत के कारोबारी रिश्तों पर नए शुल्कों की पश्चिमी देशों की धमकी ने भी असर डाला है। हालांकि मध्यम से लंबी अवधि के लिए घरेलू परिदृश्य उम्मीदें जगाता है।
छोटी कंपनियों के बीएसई स्मालकैपू सूचकांक में 0.64 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि मझोली कंपनियों के मिडकैप सूचकांक में 0.62 प्रतिशत की गिरावट रही।
क्षेत्रवार सूचकांकों में पूंजीगत उत्पाद खंड में 1.50 प्रतिशत, बैंकिंग खंड में 1.33 प्रतिशत और औद्योगिक खंड में 1.08 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।
साप्ताहिक आधार पर बीएसई सेंसेक्स कुल 742.74 अंक यानी 0.90 प्रतिशत के नुकसान में रहा जबकि एनएसई निफ्टी में 181.45 अंक यानी 0.72 प्रतिशत की सुस्ती रही।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग बढ़त में रहे।
यूरोपीय बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजारों में बृहस्पतिवार को बढ़त दर्ज की गई थी।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.92 प्रतिशत बढ़कर 70.16 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बीएसई सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 375.24 अंक गिरकर 82,259.24 अंक और एनएसई निफ्टी 100.60 अंक की गिरावट के साथ 25,111.45 अंक पर बंद हुआ था।
भाषा प्रेम
प्रेम रमण
रमण
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.