नयी दिल्ली, 18 जुलाई (भाषा) विश्व बैंक समूह के सदस्य अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए ट्रांसवोल्ट मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड को दो करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 170 करोड़ रुपये) का इक्विटी निवेश प्रदान करने की शुक्रवार को घोषणा की।
उभरते बाजारों में निजी क्षेत्र के विकास के लिए धन उपलब्ध कराने वाली विश्व बैंक की शाखा ने बयान में कहा कि ट्रांसवोल्ट में आईएफसी का दो करोड़ डॉलर का निवेश कंपनी के पांच करोड़ डॉलर के वित्तपोषण दौर का हिस्सा है।
बयान में कहा गया, ‘‘ यह भारत और वैश्विक स्तर पर किसी ईवी मंच में आईएफसी का पहला इक्विटी निवेश है। यह ट्रांसवोल्ट को अगले पांच वर्षों में अपने इलेक्ट्रिक बेड़े के खंड को 3,500 वाहनों तक बढ़ाने और 8,200 नौकरियों का सृजन करने में सक्षम बनाएगा। यह समूचे भारत में बसों और ट्रकों जैसे 8,000 भारी वाणिज्यिक ईवी लाने के कंपनी के दीर्घकालिक लक्ष्य का भी समर्थन करेगा।’’
आईएफसी के एशिया-प्रशांत के क्षेत्रीय उद्योग निदेशक (बुनियादी ढांचा एवं प्राकृतिक संसाधन) विक्रम कुमार ने कहा, ‘‘ ट्रांसवोल्ट, आईएफसी का एक प्रमुख भागीदार रहा है। हमारे सहयोग के माध्यम से हमारा लक्ष्य नगरपालिकाओं एवं निगमों द्वारा संचालित सार्वजनिक व निजी बेड़ों के विद्युतीकरण को सक्षम करके, इलेक्ट्रिक बेड़ों की वाणिज्यिक व्यवहार्यता का प्रदर्शन करके और गुणवत्तापूर्ण शहरी परिवहन तक पहुंच का विस्तार करके इस क्षेत्र में बाजार प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना है।’’
ट्रांसवोल्ट मोबिलिटी के निदेशक एवं सह-संस्थापक धीरज झावर ने कहा कि आईएफसी के समर्थन से कंपनी का लक्ष्य स्थायी परिवहन की ओर बदलाव को तेज करना और समावेशी समाधान बनाना है जो राष्ट्रीय व वैश्विक स्थिरता लक्ष्यों के अनुरूप हैं।
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