भोपाल, 22 नवंबर (भाषा) वरिष्ठ कांग्रेस नेता उमंग सिंघार शुक्रवार को यहां कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई की कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक में शामिल नहीं हुए।
बृहस्पतिवार को भी राजनीतिक मामलों की समिति के 25 में से 16 सदस्य बैठक में शामिल नहीं हुए, जिससे पार्टी में असंतोष और मतभेद की चर्चा है। कांग्रेस को 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने करारी शिकस्त दी है।
बैठक के पहले दिन अनुपस्थित रहने वालों में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व राज्य मंत्री गोविंद सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के साथ-साथ प्रवीण पाठक, कमलेश्वर पटेल, शोभा ओझा और विधायक आरिफ मसूद शामिल थे। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी बैठक में शामिल नहीं हुए।
पार्टी पदाधिकारियों ने दावा किया कि ये नेता शुक्रवार को भी अनुपस्थित रहे।
संपर्क करने पर, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि विधानसभा में विपक्ष के नेता सिंघार गले में खराश के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके।
बैठक के पहले दिन उनके रोने के बारे में पूछे जाने पर, पटवारी ने इसे ‘मीडिया द्वारा गढ़ी गयी कहानी’ बताया और कहा, ‘मैं एक योद्धा हूं।’’
एक पार्टी नेता ने कहा, ‘मोहन यादव के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की विफलताओं को लेकर विधानसभा का घेराव करने का भी निर्णय लिया गया। सभी 230 निर्वाचन क्षेत्रों में प्रभारी नियुक्त किए जाएंगे।’
प्रदेश कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक पार्टी द्वारा वार्ड, मोहल्ला और ग्राम समितियों के गठन के निर्णय के साथ समाप्त हुई।
पिछले महीने समिति के गठन के बाद यह उसकी पहली बैठक थी।
भाषा दिमो राजकुमार
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