नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) एक वैश्विक सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि 10-24 आयु वर्ग के लगभग 40.5 प्रतिशत युवा लोगों ने सीखने के अवसरों, शिक्षा और रोजगार के लिए रुचि दिखाई।
सर्वेक्षण के अनुसार इससे पता चलता है कि इन लोगों की नौकरी की स्थिरता, वित्तीय और भौतिक सुरक्षा में दिलचस्पी है।
इसके अनुसार यह परिणाम सभी आयु समूहों में परिलक्षित हुआ, लेकिन 15-19 आयु वर्ग के (47.2 प्रतिशत) और किशोरियों (49.2 प्रतिशत) ने ‘‘सीखने के अवसरों’’ और ‘‘गुणवत्तापूर्ण शिक्षा’’ की आवश्यकता पर बल दिया।
सर्वेक्षण में 10-24 आयु वर्ग के 7,13,273 उत्तरदाताओं से यह बताने को कहा गया था कि वे अपनी भलाई के लिए सबसे अधिक क्या चाहते हैं। भारत में उत्तरदाताओं की सबसे बड़ी आबादी थी, जो कुल नमूने का 17.2 प्रतिशत थी।
पीएमएनसीएच – महिलाओं, बच्चों और किशोरों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक वैश्विक मंच ने 12 अगस्त को संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के मद्देनजर ‘व्हाट यंग पीपल वांट’ नामक एक सर्वेक्षण किया।
सर्वेक्षण में शामिल सबसे कम उम्र के उत्तरदाताओं की विशिष्ट चिंताएं थीं। पंद्रह से -19 आयु वर्ग के 11.0 प्रतिशत, 20-24 आयु वर्ग के 8.4 प्रतिशत और 10-14 आयु वर्ग के 1.8 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने ‘‘सुरक्षा और बेहतर माहौल’’ की आवश्यकता जताई।
इसके अनुसार किशोर ‘‘स्वच्छ पानी’’ और ‘‘अच्छी सड़कें’’ चाहते हैं, जबकि किशोरियां ‘‘स्वच्छ पानी’’ के अलावा ‘‘मुफ्त सैनिटरी पैड’’ चाहती हैं।
सर्वेक्षण के परिणाम ‘व्हाट्स यंग पीपल वांट डिजिटल डैशबोर्ड’ के माध्यम से उपलब्ध हैं।
पीएमएनसीएच की कार्यकारी निदेशक हेल्गा फॉगस्टैड ने कहा, ‘‘किशोरावस्था विकास का एक महत्वपूर्ण चरण है जिसके न केवल किशोरों के लिए बल्कि सभी उम्र के लोगों के लिए सकारात्मक परिणाम होते हैं। किशोरों की भलाई सुनिश्चित करना बेहतर भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।’’
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देवेंद्र प्रशांत
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